भगवान कृष्ण के इन विशेष दर्शन का लाभ लेने के लिए हजारों की संख्या में कृष्ण भक्त मथुरा में द्वारकाधीश मंदिर और वृंदावन में बांकेबिहारी मंदिर जाते हैं। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में बनाया जाने वाला फूल बंगला, कृष्ण भक्तों के बीच विश्व प्रसिद्ध है। कृष्ण मंदिरों के अतिरिक्त विभिन्न शिव मंदिर भी हरियाली अमावस्या के दिन विशेष शिव दर्शन की व्यवस्था करते हैं।
स्नान दान का विशेष महत्व
हर माह की अमावस्या का स्नान दान के लिए विशेष महत्व होता है। इस दिन श्राद्ध और तर्पण का विशेष महत्व होता है। पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है और सूर्य नारायण, भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी के साथ शिव परिवार की पूजा की जाती है। साथ ही दान किया जाता है। इससे महान पुण्य मिलता है।कब है हरियाली अमावस्या
श्रावण अमावस्या तिथि प्रारंभः 03 अगस्त 2024 को दोपहर 03:50 बजे तकअमावस्या तिथि समापनः 04 अगस्त 2024 को शाम 04:42 बजे तक
हरियाली अमावस्याः रविवार 4 अगस्त 2024 को
हरियाली अमावस्या पर शुभ योग (Hariyali Amavasya Shubh Yog)
सिद्धिः रविवार 4 अगस्त सुबह 10:38 बजे तकरवि पुष्य योगः रविवार 4 अगस्त सुबह 05:52 बजे से दोपहर 01:26 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योगः 4 अगस्त सुबह 05:52 बजे से दोपहर 01:26 बजे तक