scriptEkadashi Vrat: कितने प्रकार से रख सकते हैं एकादशी व्रत, पढ़ें यहां | Ekadashi Vrat meal How many ways of Ekadashi fast be observed ekadashi ahar | Patrika News
धर्म-कर्म

Ekadashi Vrat: कितने प्रकार से रख सकते हैं एकादशी व्रत, पढ़ें यहां

Ekadashi Vrat एकादशी की तिथि भगवान विष्णु की पूजा और व्रत के लिए समर्पित है। यह तिथि हर महीने में दो बार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में पड़ती है। मान्यता है कि इस दिन नियम से पूजा कर व्रत रखने वालों पर भगवान विष्णु की कृपा होती है। उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। क्या आप जानते हैं कितने प्रकार से रख सकते हैं एकादशी व्रत..यानी एकादशी व्रत का भोजन क्या होता है।

भोपालJun 17, 2024 / 05:06 pm

Pravin Pandey

ekadashi vrat tye

एकादशी व्रत कितने प्रकार से रख सकते हैं

एकादशी व्रत का भोजन

वाराणसी के पुरोहित पं. शिवम तिवारी के अनुसार व्रत के लिए श्रद्धा पहली शर्त है, बाकी एकादशी व्रत के चार प्रकार धार्मिक ग्रंथों में बताए गए हैं। पं. शिवम के अनुसार व्रत शुरू करने से पहले संकल्प के दौरान ही भक्त इसे अपनी इच्छा शक्ति और शारीरिक शक्ति के अनुसार तय कर लेता है। उसके बाद इसमें बदलाव किए बगैर उसे इस संकल्प को पूरा करना चाहिए। आइये जानते हैं कैसे रखते हैं एकादशी व्रत..

संबंधित खबरें

1. जलाहारी एकादशी व्रत

इसके अनुसार भक्त संकल्प के दौरान सिर्फ जल पीने का संकल्प लेता है यानि यह एकादशी व्रत केवल जल से किया जाने वाला है। अधिकांश भक्त निर्जला एकादशी के दौरान यह व्रत रखते हैं। हालांकि भक्त इस नियम का पालन सभी एकादशियों के व्रत में रख सकते हैं।

2. क्षीरभोजी एकादशी व्रत

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार क्षीरभोजी एकादशी व्रत में भक्त एक मीटिंग दूध से बने उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। क्षीरभोजी एकादशी व्रत में ऐसे पौधों के रस जो सफेद दूध जैसे होते हैं उन्हें भी ग्रहण कर सकते हैं।

3. फलाहारी एकादशी व्रत

फलाहारी का अर्थ केवल फल पर निर्भर रहकर किया जाने वाला एकादशी का व्रत। इसमें एकादशी व्रत के दौरान आम, अंगूर, केला, बादाम और पिस्ता आदि का सेवन कर सकते हैं। लेकिन किसी भी हालत में पत्तेदार सब्जियां न खाएं।
ये भी पढ़ेंः Ekadashi Aarti In Hindi: देव उठनी एकादशी की पूजा में जरूर पढ़ें यह आरती, इसके पाठ से ही पूजा-अर्चना होती है सफल

4. नक्तभोजी एकादशी व्रत

नक्तभोजी एकादाशी व्रत का अर्थ है सूर्यास्त से ठीक पहले दिन में एक बार भोजन करना। लेकिन इसमें सेम, गेहूं, चावल और दाल आदि का कोई भी भोज्य पदार्थ नहीं होना चाहिए। एकादशी व्रत में निषिद्ध कोई भी पदार्थ भोजन में शामिन नहीं करना चाहिए।

नक्तभोजी किन चीजों का कर सकते हैं सेवन

नक्तभोजी एकादशी व्रत के दौरान मुख्य रूप से साबूदाना, सिंघाड़ा, शकरकंदी, आलू और मूंगफली के दाने आदि का सेवन कर सकते हैं।

Hindi News / Astrology and Spirituality / Dharma Karma / Ekadashi Vrat: कितने प्रकार से रख सकते हैं एकादशी व्रत, पढ़ें यहां

ट्रेंडिंग वीडियो