1. जलाहारी एकादशी व्रत
इसके अनुसार भक्त संकल्प के दौरान सिर्फ जल पीने का संकल्प लेता है यानि यह एकादशी व्रत केवल जल से किया जाने वाला है। अधिकांश भक्त निर्जला एकादशी के दौरान यह व्रत रखते हैं। हालांकि भक्त इस नियम का पालन सभी एकादशियों के व्रत में रख सकते हैं।
2. क्षीरभोजी एकादशी व्रत
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार क्षीरभोजी एकादशी व्रत में भक्त एक मीटिंग दूध से बने उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। क्षीरभोजी एकादशी व्रत में ऐसे पौधों के रस जो सफेद दूध जैसे होते हैं उन्हें भी ग्रहण कर सकते हैं।
3. फलाहारी एकादशी व्रत
फलाहारी का अर्थ केवल फल पर निर्भर रहकर किया जाने वाला एकादशी का व्रत। इसमें एकादशी व्रत के दौरान आम, अंगूर, केला, बादाम और पिस्ता आदि का सेवन कर सकते हैं। लेकिन किसी भी हालत में पत्तेदार सब्जियां न खाएं। ये भी पढ़ेंः Ekadashi Aarti In Hindi: देव उठनी एकादशी की पूजा में जरूर पढ़ें यह आरती, इसके पाठ से ही पूजा-अर्चना होती है सफल
4. नक्तभोजी एकादशी व्रत
नक्तभोजी एकादाशी व्रत का अर्थ है सूर्यास्त से ठीक पहले दिन में एक बार भोजन करना। लेकिन इसमें सेम, गेहूं, चावल और दाल आदि का कोई भी भोज्य पदार्थ नहीं होना चाहिए। एकादशी व्रत में निषिद्ध कोई भी पदार्थ भोजन में शामिन नहीं करना चाहिए।
नक्तभोजी किन चीजों का कर सकते हैं सेवन
नक्तभोजी एकादशी व्रत के दौरान मुख्य रूप से साबूदाना, सिंघाड़ा, शकरकंदी, आलू और मूंगफली के दाने आदि का सेवन कर सकते हैं।