इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था। खास बात यह है कि इस दिन कई शुभ योग एक साथ पड़ रहे हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ऐसे करें रुद्राभिषेक गाय के दूध से रुद्राभिषेक करने से संपन्नता आती है। साथ ही मन में की गई मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जो लोग रोग से पीड़ित हैं, अस्वस्थ रहते हैं या किसी गंभीर बीमारी से परेशान हैं, उन्हें कुशोदक से रुद्राभिषेक करना चाहिए। ( कुश को पीसकर गंगा जल में मिला लीजिए। इसके बाद श्रद्धा पूर्वक रुद्राभिषेक करें )
धन प्राप्ति के लिए देसी घी से रुद्राभिषेक करें। निर्विध्न रूप से किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए तीर्थ स्थान के नदियों के जल से रुद्राभिषेक करें। गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करने से कार्य बाधाएं समाप्त हो जाती है। साथ ही वैभव और संपन्नता में वृद्धि होती है।
शहद से रुद्राभिषेक करने से जीवन के दुख समाप्त हो जाते हैं और खुशियां आती हैं। किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करें या घर पर ही पार्थिव का शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक करें।
करें महामृत्युंजय मंत्र का जप इस दिन महामृत्युंजय मंत्र के जप से रोगों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति दीर्घायु होता है। गंभीर रोग से पीड़ित लोग निश्चित संख्या में शिव मंदिर में महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान बैठाएं।