देव उठनी ग्यारसः श्री तुलसी चालीसा
देव उठनी ग्यारस
अगर किसी के वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार का मतभेद या मनभेद चल रहे हो तो इस देव उठनी ग्यारस के दिन इस एक छोटे से उपाय के द्वारा सभी मतभेद व मनभेदों एवं लड़ाई झगड़ों को खत्म किया जा सकता है। पति पत्नी के रिश्तों में मधुर मिठास आने के साथ शादीशुदा जिंदगी भी संवरने लगेगी। वैवाहिक जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए देवउठनी एकादशी या तुलसी विवाह का दिन बड़ा ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
इस मंगलाष्टक मंत्र से करें शालिग्राम-तुलसी विवाह, दूर हो जाएंगे सारे अमंगल
देव उठनी ग्यारस के दिन भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप का विवाह देवी तुलसी के साथ प्रतिकात्मक रूप में किया जाता है। जिनके भी वैवाहिक जीवन में बिखराव जैसी स्थिति बनी हो तो वे दम्पत्ति देव उठनी ग्यारस के दिन उपवास रखें। शाम को गोधूली बेला में तुलसी एवं भगवान शालिग्राम जी का पूजन करें। इन उपायों के प्रभाव से पति-पत्नी के रिश्तों में नई जान आने लगेगी।
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ये उपाय करें-
– जिस स्त्री के वैवाहिक जीवन में परेशानी चल रही हो वह देव उठनी ग्यारस के दिन पीले कपड़े पहनकर पूरा श्रृंगार अवश्य करें।
– गोधूली बेला में विधिवत पूजन करने के बाद भगवान शालिग्राम एवं देवी तुलसी का एक रेशमी, पीले कपड़े या धागे से गठबंधन करें। संभव हो तो पति-पत्नी दो करें।
– तुलसी माता के चारों कोनों पर गाय के घी के चार दीपक जलाकर रख दें।
– तुलसी विवाह पूजा के बाद दाये हाथ में जल लेकर पति-पत्नी दोनों साथ-साथ तुलसी माता व शालिग्राम जी की नौ बार परिक्रमा करें।
– तुलसी पूजा के दूसरे दिन जिस कपड़े से गठबंधन किया था, उसे निकालकर अपने पूजा स्थल या कपड़े रखने की आलमारी में रख दें।
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