भारतीय हिंदू संस्कृति की 16 महत्वपूर्ण बातें..क्या आप जानते हैं?
ग्रहणकाल में इतना जरूर करें-
1- इस बार साल के पहले चंद्रग्रहण पर विशेष महासंयोग बनने के कारण मीठी चीजों का दान करने से सभी की खाली झोली भर सकती है।
2- चंद्रग्रहण वाले दिन किसी पवित्र तीर्थ नदी में स्नान कर तील से बनी मिठाई का दान गरीबों को करें। धन की समस्या दूर हो जायेंगी।
3- संभव हो सके तो किसी शिव मंदिर में गाय के घी का दान करें।
4- ग्रहण के समय अपने इष्ट देव के मंत्र का मानसिक जप करना चाहिए, इससे अद्वतीय पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
5- 10- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरतमंदों को वस्त्रदान से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है।
जप लें यह मंत्र, पूरे साल रोगों से होगी रक्षा
चंद्रग्रहण काल में ऐसा भूलकर भी नहीं करें-
1- शास्त्रों के अनुसार चन्द्रग्रहण के समय भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उतने वर्षों तक नरक में वास करता है।
2- चन्द्र ग्रहण में तीन प्रहर (9) घंटे पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए । लेकिन बूढ़े, बालक और रोगी डेढ़ प्रहर (साढ़े चार घंटे) पूर्व तक कुछ भी खा, पी सकते है।
3- ग्रहणकाल में स्पर्श किये हुए वस्त्र आदि की शुद्धि के बाद में उन्हें उपयोग करना चाहिए। ग्रहण समाप्त होने के बाद वस्त्रसहित स्नान करना चाहिए।
4- ग्रहण के दिन जमीन न खोदे, पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोड़ने चाहिए। बाल तथा वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए व दांत भी नहीं मांजना चाहिए।
5- ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल-मूत्र का त्याग, मैथुन और भोजन– ये सब कार्य वर्जित हैं एवं ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
6- ग्रहण के समय सोने से रोगी, लघुशंका करने से दरिद्र, मल त्यागने से कीड़ा, स्त्री प्रसंग करने से ***** और उबटन लगाने से व्यक्ति कोढ़ी होता है।
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