पढ़ें ये खास खबर- धार मॉबलिंचिंग में बीजेपी नेता गिरफ्तार, भीड़ को उकसाने का आरोप, 5 पुलिसकर्मी भी सस्पेंड
देखें महिला के साथ हुई मॉबलिंचिंग का वायरल वीडियो
ये था युवती का दोष, पंचों ने सुनाया फैसला!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, युवती को पीटने का फैसला आदीवासी पंचायत द्वारा लिया गया था। युवती का दोष ये था कि, वो किसी व्यक्ति से प्रेम करती थी और परिवार की असहमति होने के कारण करीब देढ़ माह पहले घर से भाग गई थी। पंचों का मानना था कि, इसमें युवती के परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गाव की बदनामी हुई है, जिसकी सजा स्वरूप युवती को भीड़ द्वारा सरेराह लाठी डंडों से पीटने का फरमान जारी किया गया।
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महिला को पीटने वाले की इलाके में धाक
महिला को बेरहमी से लाठी से पीटने वाला मुख्य शख्स जिले में रसूख रखने वाला बीजेपी नेता और पूर्व सरपंच कनीराम ओसारी बताया जा रहा है। फिलहाल वो पंच नहीं है, लेकिन अब भी ग्राम के किसी भी फैसले पर उसका पूरा अधिकार रहता है। सूत्रों के मुताबिक, कनीराम इलाके का सबसे बड़ा रसूखदार है, जिसके एक कहने पर इलाके भर में मुस्तैदी से अमल किया जाता है। ये बात भी सामने आई है कि, बीजेपी की ओर से जिस नेता को वोट करने का वो ग्रामीणों से कह दे, तो उसके अलावा किसी अन्य प्रत्याशी को वोट नहीं पड़ता। कनीराम धार मंडी उपाध्यक्ष भी है।
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पांच दिन पहले भी हो चुकी है जिले में मॉबलिंचिंग
बता दें कि, पिछले सप्ताह 5 फरवरी बुधवार को भी जिले के बोरलई गांव में भीड़तंत्र का शिकार हुई मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई थी। इसमें भीड़ द्वारा छह लोगों को बेरहमी से पीटा गया, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी। इसमें पुलिस अब तक करीब 35 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में भी पुलिसिया कार्रवाई के दौरान पुलिस ने भीड़ को उकसाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता और सरपंच रमेश जूनापानी को गिरफ्तार किया था। सरपंच पर आरोप था कि, वो भीड़ को उकसा रहा था कि, उन छह लोगों को पीटें। अगर वो चाहता तो भीड़ को समझाइश दे सकता था, जिससे इतनी भयावय घटना सामने नहीं आती। हालांकि, पुलिस ने जांच के बाद 5 पुलिस कर्मी भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड हुए।