समाहरणालय के समक्ष आत्महत्या करने पहुंचे अख्तर हवारे ने बताया कि बाघमारा के (Jharkhand BJP) भाजपा विधायक ढुल्लू महतो (Dhullu Mahato) के आतंक के कारण अब उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा है, ढुल्लू महतो के कारण रोजी-रोजगार नहीं मिल रहा है, ऐसे में वे वह जीवित रह कर क्या करेगा?
विधायक ने नौकरी से निकलवाया…
उसने बताया कि वह पूर्व में एक निजी आउटसोर्सिंग कंपनी में चालक के पद पर कार्यरत था, लेकिन विधायक ढुल्लू महतो ने उसका पेमेंट रुकवा दिया, जिससे उसका पूरा परिवार भुखमरी की स्थिति में आ गया है, कहीं भी आउटसोर्सिंग में काम नहीं मिल रहा है, दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, पत्नी के इलाज के लिए पैसा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि 15 हजार रुपये पेमेंट मिलता था, जिसमें से 6 हजार रुपये ढुल्लू महतो कमीशन के रूप में लेते थे, इसका विरोध करने पर गुंडागर्दी के दम पर उसे आउटसोर्सिंग कंपनी की नौकरी से निकलवा दिया और पेमेंट भी रुकवा दिया गया।
पहले ही कह दी थी आत्मदाह की बात…
अख्तर हवारे ने बताया कि इससे पहले भी उसने 13 सितंबर को उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उसने बताया था कि विधायक ढुल्लू महतो के कारण वह बेरोजगार हो गया है। अब कहीं भी वह काम मांगने जाता है, तो कहा जाता है कि पहले विधायक से लिखवाकर लाओ। उसने अपने ज्ञापन में कहा था कि अगर जल्द ही उसे न्याय नहीं मिला, तो वह 25 सितंबर को सपरिवार आत्मदाह कर लेगा। बार-बार गुहार लगाने के बाद भी उसे न्याय नहीं मिला तो वह बुधवार को सपरिवार समाहरणालय के समक्ष आत्मदाह करने पहुंच गया। उसने अपने शरीर पर केरोसिन छिड़कर जैसे आग लगाने की कोशिश की, पुलिस वाले वहां जमा हो गए और उसे पकड़ लिया।