पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि तीन व्यक्ति विंध्यवासिनी वार्ड के होटल के पास अवैध रूप से नशीली टेबलेट की बिक्री कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई और मौके पर जाकर घेराबंदी कर संदेही युवाओं को पकड़ा। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम लक्की गिदवानी, संजय काजवानी, गौरव सोनी धमतरी निवासी होना बताया। तलाशी में पुलिस को आरोपियों के कब्जे से 6 पैकेट निरोसम नाइट्राजेपम नामक नशीली टेबलेट जब्त किया। आरोपियों से कुल 6 सौ नग नशीली टेबलेट जब्त की गई। टेबलेट रखने को लेकर इनके पास कोई दस्तावेज भी नहीं मिले। पुलिस ने बताया कि जब्त टेबलेट की कीमत लगभग 4260 रूपए है। आरोपियों के विरूद्ध धारा 21, 22 नारकोटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। उक्त तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
शहर के अधिकांश वार्डों में गांजे की बिक्री हो रही है। हटकेशर वार्ड, आमापारा, लालबगीचा, मकेश्वर वार्ड, विंध्यवासिनी वार्ड, दानीटोला, नवापारा वार्ड सहित अनेक वार्डों में गांजा और शराब की अवैध बिक्री हो रही है। सुबह 6 बजे से देर रात तक अवैध कारोबार चलता है। गांजे को लेकर पुलिस कोई बड़ी कार्रवाई शहर के भीतर नहीं की है। 10 माह पूर्व डीएसपी सारिका वैद्य के नेतृत्व में लगभग 50 लाख से अधिक का गांजा जब्त किया गया
20 गुना अधिक दाम पर बेचते थे एक टेबलेट मंगलवार को मामले का खुलासा प्रेस वार्ता में किया गया। डीएसपी नेहा पवार ने बताया कि आरोपियों को नशीली दवा बेचते विंध्यवासिनी वार्ड क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। एक गोली की कीमत लगभग 7 रूपए है। इसे आरोपी 20 गुना यानी एक गोली को 100 से 150 रूपए नग पर बेचते थे। नशे के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।