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बीपीएल श्रेणी के पात्रता रखने वाले पालकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शासन की ओर से आरटीई योजना शुरू की गई है। इसके तहत पंजीकृत निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीट इनके लिए आरक्षित किया गया है। वर्ष 2023-24 में आरटीई के तहत प्रवेश के लिए कुल 194 निजी स्कूलों ने अपना पंजीयन कराया है। जबकि विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश के लिए 1118 सीटें निर्धारित की गई है। पहले चरण में 3340 आवेदन प्राप्त हुआ था। इन आवेदनों की जांच-पड़ताल जिले के 63 नोडल अधिकारियों ने की।CG Naxals : नक्सलियों का आतंक… जमीन के अंदर दबाया 4 किलो का दो IED बम, कोबरा जवानों ने किया डिफ्यूज
इस दौरान 2 हजार 35 आवेदनों को स्वीकृति मिली थी। नए शिक्षण में स्कूल खुलने के बाद 905 बच्चों ने निजी स्कूलों में प्रवेश लिया, लेकिन शेष बच्चों को मनमाफिक स्कूल में नाम नहीं आने से उन्होंने शासकीय स्कूलों में प्रवेश ले लिया। इसी तरह दूसरे चरण के लिए 1 जुलाई से 15 जुलाई तक आवेदन मंगाया था, जिसमें रिक्त सीटों में भर्ती के लिए 3 सौ से अधिक आवेदन प्राप्त हुआ है। इस तरह कुल 1118 सीटों के लिए अब तक करीब 3 हजार 687 आवेदन प्राप्त हुआ हैं। 16 जुलाई से लेकर 24 जुलाई तक दूसरे चरण के लिए मिले आवेदनों की स्क्रूटनी की गई। 27 जुलाई से 2 अगस्त के बीच लॉटरी निकालकर सीटों का आबंटन किया जाएगा। गौरतलब है कि आरटीई में पारदर्शिता लाने के लिए इस साल लॉटरी रायपुर शिक्षण संचालनालय की ओर से निकाला जा रहा है। लॉटरी निकालने के बाद इसकी सूचना शिक्षा विभाग को दी जाएगी।पुरुषोत्तम मास में भजन-कीर्तन में डूबी रायपुर नगरी, सत्संग और कथा से खुल रही भक्ति की मिठास
आरटीई में हर साल सीटें हो रही कमउधर पालक सत्येन्द्र देवांगन, निर्मल साहू, नीरज देवांगन, अतुल नगारची का कहना है कि आरटीई योजना के तहत पिछले कुछ सालों में सीटों की संख्या प्रत्येक साल कम हो रही है। ऐसे में पात्रता रखने के बाद भी बीपीएल श्रेणी के बच्चों को योजना के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। बहरहाल पालकों ने शासन-प्रशासन से सीटों की संख्या बढ़ाने की गुहार लगाई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को इस योजना का लाभ मिल सके।
– बृजेश बाजपेयी, डीईओ