रास्तेभर भक्त भगवान का दर्शन पा सकेंगे। बता दें कि स्नान के बाद परंपरा अनुरूप भगवान बीमार पड़ जाएंगे। मंदिर में भक्तों को काढ़ा का वितरण किया जाएगा। काढ़ा के लिए मंदिर में हर साल भक्तों की लंबी लाइन लगती है। बता दें कि रथयात्रा देखने धमतरी के अलावा आसपास गांव (Rath Yatra 2024) से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
Rath Yatra 2024: प्राण-प्रतिष्ठा, पूजा हवन 6 जुलाई को
29 जून को सुबन 10.30 बजे महाप्रभु को स्नान कराया जाएगा। 2 जुलाई से 5 जुलाई तक सुबह 7.30 बजे से ओषधि काढ़ा का वितरण किया जाएगा। 6 जुलाई को सुबह 9.30 बजे प्राण-प्रतिष्ठा, पूजा, हवन का कार्य₹म होगा। 7 जुलाई को दोपहर 1.30 बजे भगवान की रथयात्रा रवाना होगी। साथ ही 20 जुलाई को दोपहर 1.30 बजे रथयात्रा की जनकपुर से मंदिर में वापसी होगी।
रथ का हो रहा रंग-रोगन
रथयात्रा शहर में 105 वर्षो से निकल रही है। इस साल 106 वा रथयात्रा महोत्सव मनाया जाएगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष किरण गांधी ने कहा कि रथयात्रा की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। रथ का रंग-रोगन शुरू हो गया है। कार्यक्रम की रूप रेखा बना ली गई है। विधि विधान से सभी पूजा कार्य₹म सपन्न कराया जाएगा। धूमधाम से इस साल भी रथयात्रा महोत्सव मनाएंगे। पारंपरिक गजामूंग का प्रसाद भक्तों को बाटेंगे। ट्रस्ट की बैठक में उपाध्यक्ष सत्यनारायण राठी, प्रकाश गाँधी सचिव और मोहन अग्रवाल सह सचिव, कोषाध्यक्ष लखमशी भानुशाली, ट्रस्टी श्यामसुंदर अग्रवाल, डॉ हीरा महावर, श्याम अग्रवाल, हर्षद मेहता, गोपाल शर्मा, लक्ष्मीचंद बाहेती, किरण कुमार गांधी, अजय अग्रवाल, बिपिन पटेल, मदनमोहन खंडेलवाल, बिहारीलाल अग्रवाल, दयाराम अग्रवाल, प्रकाश गांधी, लेखूभाई भानुशाली, सत्यनारायण राठी, रमेश लाट, भरत सोनी, (Rath Yatra 2024) बालकृष्ण महाराज, मोहन अग्रवाल, अनिल मित्तल, विनोद अग्रवाल, रविकांत उपस्थित थे ।