यह मामला भखारा थाना के ग्राम तर्रागोंदी का है। पुलिस ने बताया कि बीते 22 अगस्त को देवलाल निषाद (30) पिता रामकिशुन ने थाने में पहुंचकर सूचना दी कि उसकी पत्नी तारा बाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पाकर तत्काल पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। आसपास के लोगों से पूछताछ करने के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
प्रारंभिक तौर में पुलिस भी इसे आत्महत्या मानकर चल रही थी, लेकिन जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली, तो पुलिस भी सकते में आ गई। रिपोर्ट में तारा बाई की मौत गला घोंटकर होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने बिना देर किए मृतका के पति देवलाल निषाद को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में पहले तो वह अपनी पत्नी की मौत फांसी लगाकर आत्महत्या करना बताता रहा, लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई बरती, तो वह टूट गया और अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
अंगूठे से दबाया गला
पुलिस ने बताया कि देवलाल अपनी पूर्व पत्नी की संतान को पास रखना चाहता था, लेकिन इसके लिए तारा बाई तैयार नहीं थी। इस बात को लेकर कई बार दोनों में वाद-विवाद भी हुआ। काफी प्रयास के बाद भी जब वह बच्चे को रखने से साफ इनकार कर दिया तो वह गुस्सा हो गया। पहले पत्नी को मोटे रस्सी से फंदा डालकर रस्सी को खींच दिया, इसके बाद दोनों हाथों के अंगूठे से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद बगल वाले कमरे में नकली फांसी का फंदा बनाकर लटका दिया।