गुरूवार को शासकीय राशन दुकान एवं विक्रेता कल्याण संघ के बैनर तले शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के राशन विक्रेता कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी मांगों के संबंध में कलेक्टर नम्रता गांधी को ज्ञापन सौंपा। इधर राशन दुकान में ताला लटकने से हितग्राही राशन सामाग्री लेने के लिए दिनभर भटकते रहे।
CG News: कमिशन में कोई वृद्धि नहीं
छत्तीसगढ़ शासकीय राशन दुकान एवं विक्रेता कल्याण संघ के प्रदेश महासचिव विजय कुमार धृतलहरे ने बताया कि प्रदेश में 13880 राशन दुकानें हैं। इन दुकानों में सेल्समेन कार्यरत है। (CG News) दिल्ली में सेल्समेनों को प्रति क्विंटल राशन आबंटन करने पर 200 रूपए का मानदेय दिया जाता है। इसी तरह महाराष्ट्र में 180 रूपए, मध्यप्रदेश में 130 और झारखंड में 150 रूपए कमिशन दिया जा रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ एकमात्र प्रदेश हैं, जहां पिछले 20 सालों से राशन विक्रेताओं के कमिशन में कोई वृद्धि नहीं की गई है। छत्तीसगढ़ में प्रति क्विंटल राशन विक्रय करने पर विक्रेताओं को मात्र 30 रूपए कमिशन दिया जा रहा है। ऐसे में विक्रेताओं के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने कहा कि दो दिन हड़ताल के बाद भी यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों के तहसील कार्यालय में पॉस मशीन को जमा कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में भागवत साहू, रोशन साहू, भुवन, प्रकाशमणी समेत राशन विक्रेता बड़ी संया में मौजूद रहे।
संचालकों की ये है मांगें
ई-पॉश मशीन की गुणवत्ता खराब है। सुधार कराने के लिए कोई उचित संसाधन नहीं है। सर्वर समस्या के कारण वितरण प्रणाली में गड़बड़ी होती है, इसलिए इसे बदलने, बारदाना की राशि, मार्जिन राशि, वित्तीय पोषण राशि का समय पर भुगतान नहीं किया जाता। मार्जिन राशि में 20 साल से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। इसे बढ़ाकर 250 रूपए करने, राशन वितरण के अलावा अन्य कार्य कराने के लिए अलग से पारिश्रमिक देने समेत 6 सूत्रीय मांगें शामिल हैं।
राशन लेने भटकते रहे हितग्राही
CG News: बता दें कि धमतरी जिले में 440 राशन दुकानें संचालित हैं। इन दुकानों में उपभोक्ताओं की संया करीब 2 लाख से अधिक हैं। राशन दुकानों में ताला लटकने से हितग्राहियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हटकेशर, शीतलापारा, महंत घासीदास वार्ड में राशन लेने पहुंचे हितग्राही पूर्णिमा देवांगन, ललिता साहू, नेमिन बाई ने बताया कि महीने की शुरूआत में ही हड़ताल होने से हितग्राही राशन नहीं ले पाए हैं। (CG News) राशन दुकान बंद होने से उन्हें खुले बाजार से अधिक कीमत में चावल समेत अन्य सामाग्रियां खरीदनी पड़ रही है। ऐसे में अव्यवस्था को लेकर उनमें रोष पनपने लगा है।