रविवार को शहर में सुबह से ही तेज गर्मी का दौर शुरू हो गया था। दोपहर में तेज धूप व गर्मी के कारण लोग बेहाल रहे। गर्म हवा के थपेड़े भी चलते रहे। दोपहर ३ बजे से धीरे-धीरे आसमान में बादलों का डेरा लगने लगा और सूर्यदेव बादलों के आगोश में छुप गए। शाम करीब पौने चार बजे तेज हवा चली और बिजली की गडग़ड़ाहट गूंजने लगी। कुछ ही देर में बूंदाबांदी शुरू हुई और इसकी रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ गई। मुख्य शहर के अधिकांश हिस्सों में झमाझम बारिश हुई, कई लोगों ने इधर-उधर दुकानों, मकानों, पेड़ों के नीचे शरण लेकर खुद को भीगने से बचाया वहीं कई लोग व वाहन चालक भीगते हुए निकले। तेज बारिश का दौर करीब २०-२५ मिनट तक चला। शहर के पश्चिमी क्षेत्र में बूंदाबांदी व रिमझिम का असर अधिक रहा। तेज हवा के कारण स्टेशन रोड, पुलिस लाइन, उज्जैन रोड, एबी रोड क्षेत्र में कई पेड़ों की डालें टूट गईं, हालांकि इससे किसी तरह का नुकसान होने की सूचना नहीं है। वहीं एबी रोड पर खंभों में टंगे कई छोटे होर्डिंग सड़क पर आ गिरे। तेज हवा व बारिश के दौरान दर्जनों कॉलोनियों में बिजली गुल हो गई, कई क्षेत्रों में बिजली प्रदाय १०-१५ मिनट बाद सुचारु हो गया, जबकि अन्य जगह बाद में अलग-अलग समय पर बिजली आती रही। तेज बारिश के कारण रेलवे स्टेशन के समीप सहित बालगढ़ व अन्य कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति भी बनी। शाम 5बजे के बाद मौसम धीरे-धीरे फिर सामान्य हो गया और धूप भी खिल गई। अचानक बदले मौसम व बारिश को प्री-मानसून एक्टिविटी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं घरों में पानी भर जाने से नाराज पार्षद रूपेश वर्मा पानी में ही लेट गए और विरोध शुरू कर दिया।
सड़क नहीं बनी तो लेटे कीचड़ में जवाहर नगर में बारिश के कारण हालात बिगड़ गए। कई घरों में पानी भर गया। सड़क नहीं बनने से मार्ग पर कीचड़ फैल गया। रहवासी आक्रोशित हुए। नगर निगम के खिलाफ विरोध जताया। पार्षद रूपेश वर्मा भी नाराज हुए और कीचड़ में लेट गए। करीब एक घंटे तक वहीं लेटे। किसी जिम्मेदार ने सुध नहीं ली। पार्षद का कहना था कि सड़क का वर्क ऑर्डर हो चुका है लेकिन ठेकेदार काम नहीं कर रहा। इसके कारण स्थिति बिगड़ रही है। अभी तो ठीक से बारिश शुरू भी नहीं है और ये हाल है। बारिश में तो सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा। कमिश्नर को फोन लगाया तो तीन बार लगाने के बाद उठाया और शहर से बाहर होने की बात कही। बाद में इंजीनियर जितेंद्र सिसौदिया को मौके पर भेजा। सिसौदिया ने तीन चार दिन में काम शुरू करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद पार्षद ने विरोध प्रदर्शन खत्म किया।