पहले बनाई थी योजना
उल्लेखनीय है कि नगर निगम चुनाव के बाद महापौर गीता अग्रवाल ने यातायात व्यवस्था को लेकर बैठक ली थी। यातायात व्यवस्था को सुधारने को उन्होंने पहली प्राथमिकता पर रखा था। इसके बाद कुछ प्रयास हुए लेकिन फिर से एबी रोड पर हालात खराब हो गए हैं। अस्थायी अतिक्रमण व मनचाही पार्किंग के चलते एबी रोड की सूरत दिन ब दिन खराब होती जा रही है।
जल्दबाजी में हो रहे गुत्थमगुत्था
एबी रोड पर यातायात का सबसे ज्यादा दबाव उज्जैन तिराहा पर है। यह तिराहा काफी छोटा है वहीं एक हिस्से में एसपी ऑफिस के समीप एक पेट्रोल पंप का संचालन होता है। ऐसे में यहां वाहनों के निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती। वहीं सिग्नल चालू हाेने के दौरान कई बार बस स्टैंड व उज्जैन की ओर जाने वाले वाहन गुत्थमगुत्था हो जाते हैं। दिनभर यहां कई बार ऐसे हालात बनते हैं।
सिग्नल का नहीं होता पालन
शहर के एमजी तिराहा, इंदिरा गांधी चौराहा, उज्जैन तिराहा व स्टेशन रोड चौराहा पर इस समय यातायात सिग्नल लगे हुए हैं। चारों जगह के सिग्नल चालू हैं लेकिन ज्यादातर दो पहिया व अन्य वाहन चालक इनका पालन नहीं करते। रेड सिग्नल होने के बाद भी वाहन चालक बैखोफ होकर निकल जाते हैं। पूर्व में ई-चालान व्यवस्था शुरू हुई थी लेकिन अब बरसों से यह व्यवस्था बंद पड़ी है।
टोल के चलते शहर में घुसते हैं वाहन
उल्लेखनीय है कि बायपास पर टोलटैक्स नाके का संचालन होता है। ऐसे में मक्सी व भोपाल की ओर जाने वाले ज्यादातर चार पहिया वाहन भी शहर के अंदर से होकर निकल रहे हैं। ऐसे में एबी रोड पर यातायात का दबाव बढ़ जाता है। वहीं शहर के भीतर ही बस स्टैंड होने से विभिन्न रूट की करीब 500 से ज्यादा बसें भी शहर के अंदर से होकर ही आती-जाती हैं।
चौड़ीकरण की जरूरत
उल्लेखनीय है कि एबी रोड चौड़ीकरण के प्रोजेक्ट के तहत शहर के प्रमुख तिराहों-चौराहों को विकसित करने की योजना थी। इसमें केवल भोपाल चौराहा पर ही चौड़ीकरण हो सका। इसके बाद यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया। वर्तमान में उज्जैन तिराहा का चौड़ीकरण बहुत जरूरी है लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हो रहा। वहीं भोपाल चौराहा पर यातायात सिग्नल भी जरूरी है।
फैक्ट्स
-10 हजार से ज्यादा वाहन दिनभर में निकलते हैं एबी रोड से
– 4 जगहों पर हैं यातायात सिग्नल
मैजिक व बस चालकों को निर्धारित जगह रुकने के निर्देश दिए हैं। उज्जैन तिराहा पर पेट्रोल पंप के कारण दिक्कत आ रही है। पंप को शिफ्ट करने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा गया है। पंप हटने के बाद यहां व्यवस्थाएं ठीक हो जाएगी। वहीं नया बस स्टैंड शहर से बाहर बन जाने के बाद ज्यादा परेशानी नहीं आएगी। इससे यातायात का दबाव भी कम होगा। चौराहों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की व्यवस्था की गई है।
-एचएन बाथम, डीएसपी, यातायात
-यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अस्थायी अतिक्रमण हटाने का अभियान लगातार जारी है। यातायात पुलिस के साथ बैठक कर अन्य इंतजामों पर चर्चा की जाएगी। एक चौराहा चिन्हित कर वहां रोबोटिक यातायात सिग्नल लगाया जाएगा।-गीता अग्रवाल, महापौर