बैकलेन को भी सीवरेज से जोड़ेंगे उल्लेखनीय है कि सीवरेज प्रोजेक्ट के पहले चरण में शहर के 45 में से 36 वार्डों में सीवरेज लाइन का काम हो चुका है। साथ ही तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं और इन्हें शुरू भी कर दिया है। वहीं 9 वार्ड ऐसे हैं जिनमें सीवरेज लाइन डालने का कार्य बाकी है। इनमें से ज्यादातर शहर के बाहरी हिस्से के वार्ड हैं। खासकर महाकाल कॉलोनी, प्रतापनगर, बालगढ़ का कुछ क्षेत्र, नागदा, पालनगर, जेतपुरा, रसूलपुर, संजय नगर, अमोना, बिलावली जैसे क्षेत्रों में काम नहीं हुआ है। वहीं शहर की कई बैकलेन को सीवरेज से जोड़ा नहीं गया है। ऐसे में अब अमृत 2.0 योजना में इन 9 वार्डों में सीवरेज लाइन डालने व बैकलेन को सीवरेज से जोड़ने का कार्य होगा। सीवरेज पाइप लाइन डालने के साथ ही पंपिंग स्टेशन, घरों को सीवरेज से जोड़ने, बैकलेन की नालियों को कवर कर घरों व समीप से निकली मेन सीवर लाइन से जोड़ने का कार्य प्रस्तावित है।
262 किमी में पहले डल चुकी उल्लेखनीय है कि करीब 8 साल पहले यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत शहर में सीवरेज प्रोजेक्ट शुरू हुआ था। इसके बाद लंबे समय यह कार्य जारी रहा और शहर में 262 किमी सीवरेज लाइन डाली गई थी। साथ ही तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण भी किया गया है। यहां शहर से निकलने वाले सीवरेज के पानी का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। नगर निगम इस पानी का बगीचों व सड़कें साफ करने के लिए करता है।
तालाबों का होगा कायाकल्प अमृत 2.0 योजना के तहत शहर के मीठा तालाब, राजानल व बालगढ़ तालाब का कायाकल्प प्रस्तावित है। इस पर करीब 3.97 करोड़ रुपए खर्च होंगे। तालाबों का जीर्णोद्धार कर वहां लाइटिंग सहित सौंदर्यीकरण व अन्य कार्य किए जाएंगे। इस कार्य टेंडर हो चुके हैं। हालांकि अभी कार्य शुरू नहीं हुआ है।