विदेश से लौटे पिता, बेटे का शव देख हुए बदहवास
शुक्रवार को नेहाल सिंह के परिजनों व अन्य लोग आक्रोशित थे। दोपहर में पिता विश्वजीत सिंह विदेश से जिला मुख्यालय पर पहुंचे। बेटे का शव देख कर वे बदहवास हो गए। इसके बाद लोगों का आक्रोश भड़क उठा।सैकड़ों की संख्या में लोग पोस्टमार्टम चौराहा पर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कचहरी चौराहा पर पहुंचे और जाम लगा दिया। यहां बीच सड़क में नेहाल सिंह की मां गायत्री, पिता विश्वजीत और अन्य लोग धरने पर बैठ गए। देखते ही देखते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। आक्रोशित भीड़ ने सांसद को घेरा, एनकाउंटर करने की मांग
जाम लगने की जानकारी होने पर एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव और एएसपी उत्तरी दीपेंद्रनाथ चौधरी मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश किए इसके बाद भी भीड़ आक्रोशित थी। परिजन नामजद मुकदमा दर्ज करने और अभियुक्तों की एनकाउंटर करने की मांग कर रहे थे। इसी बीच सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी उधर से गुजर रहे थे, भीड़ ने उन्हें भी घेर लिया और गिरफ्तारी की मांग की। सांसद ने हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
सड़क जाम से लगी वाहनों की कतार
एएसपी उत्तरी ने अभियुक्तों की 24 घंटे में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने जाम को समाप्त किया। पुलिस ने नेहाल सिंह का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान सड़क जाम से दोनों तरफ लग गई थी वाहनों की लंबी कतार लग गई।
अंत्येष्टि के समय भारी फोर्स तैनात
शुक्रवार की शाम नेहाल का शव समोगर गांव पहुंचा। शव पहुंचने की जानकारी होने पर आसपास के गांवों के भी लोगों की भीड़ जुट गई। दरवाजे पर शव पहुंचते ही घर में चीख-पुकार मच गई।देर शाम राप्ती नदी तट पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विदेश से लौटे पिता विश्वजीत सिंह ने मुखाग्नि दी। इस दौरान आधे दर्जन थाना की फोर्स समेत क्यूआरटी मौजूद रही।