मान्यता है कि नीम करौली बाबा हनुमान जी ( hanuman ji ) के अवतार थे। वे जन्म से ही संत थे। उन्होंने कई हनुमान मंदिर स्थापित करवाए। इनमें से पहला आश्रम कैंची (नैनीताल), दूसरा वृंदावन (मथुरा) में। बाबा ने वृंदावन में समाधि ली थी। यहां मेला सालाना लगता है। इस दौरान देश विदेश से भारी संख्या में भक्त नीम करौली बाबा के दर्शन के लिए आते हैं।
बताया जाता है कि फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) के यूएस विदेश यात्रा के दौरान कहा था कि स्टीव जॉब्स की सलाह पर वह कैंची धाम में दर्शन के लिए गए थे। उस समय फेसबुक की शुरूआत मात्र हुई थी। स्टीव जॉब्स भी अपने बेहद बुरे दिनों मेें मंदिर हो कर आए थे।
अमेरिकन सीमांन ने खींचा भक्तों का ध्यान
इस बार कैंची धाम मेले में लाखों लोगों के बीच साड़ी पहन कर ध्यान कर रही तीस वर्षीय अमेरिकन युवती ने सबका ध्यान खींच लिया। हर किसी की नजर सीमांन पर टिक रही थी, लेकिन वह ध्यान में मग्न थी। हिंदू धर्म के प्रति उनकी आस्था इसी से झलकती है कि वह पिछले दस वर्षों से लगातार अमेरिका से हिंदुस्तान में कैंची धाम आ रही हैं। धाम में आकर पूजा पाठ, आमजन की सेवा करना, नीम करौली बाबा के बारे में ज्यादा से ज्यादा ज्ञान अर्जित करना, मंदिर परिसर की सफाई करना उसकी दिनचर्या में शामिल रहता है।
मंदिर कमेटी के प्रबंधक विनोद जोशी बताते हैं कि सीमांन नीम करौली बाबा की पुरानी भक्त है। वह साल में कम से कम दो बार कैंची धाम पहुंच कर लोगों की सेवा करती है। विजय कुमार निवासी रायबरेली (यूपी) बताते हैं सीमांन के ध्यान को देख करते देखकर ऐसा लगता ही नहीं कि वह विदेशी है। मौके पर मौजूद ज्यादातर लोग उसकी सादगी व ध्यान करने के तरीके की प्रशंसा करते नजर आए।