शहर सहित जिले के कई इलाकों में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी
झमाझम बारिश हुई। इससे बांध-तालाबों में पानी की आवक होने लगी है तथा खेत भी लबालब हो गए हैं। दौसा शहर में सुबह चार बजे से रिमझिम का दौर शुरू हुआ, लेकिन छह से सात बजे तक एक घंटे झमाझम बारिश होने से सड़कों पर पानी बह निकला।
जल संसाधन विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह आठ बजे तक बीते 24 घंटों में सर्वाधिक महुवा में करीब तीन इंच (74 एमएम) बारिश दर्ज की गई। दौसा में 43, लालसोट 61, मोरेल डेम 58, राहुवास 57, रेडिया डेम 33, सैंथल सागर 20, बहरावण्डा 14, बैजूपाड़ा 3, बसवा 12, भांडारेज 53, कुण्डल 2, लवाण 10, मंडावर 22, नांगल राजावतान 63, निर्झरना 61, रामगढ़ पचवारा 25 व सैंथल में 24 एमएम बारिश दर्ज की गई।
वहीं मोरेल बांध में जलभराव बढकऱ 16 फीट हो गया है। माधोसागर में 5.5, झिलिमिली 3.6, गेटोलाव 2.3, सिनोली 5.6, जगरामपुरा 3.8, सिंथोली 0.5, भांकरी 4.6, नामोलाव 5.6, सूरजपुरा 0.6 व हुड़ला बांध में 1.11 फीट जलभराव हुआ है। मोरेल नदी भी 0.12 के गेज पर बह रही है।
लगातार बारिश के चलते अब जिले के सबसे बड़े मोरेल बांध में पानी की आवक भी शुरू हो गई। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता के चेतराम मीना ने बताया कि शुक्रवार सुबह मोरल बांध का जल स्तर 16 फीट जा पहुंचा। गुरुवार सुबह बांध का जलस्तर 15 फीट 3 इंच दर्ज किया गया था। सहायक अभियंता ने बताया कि मोरेल नदी में भी नियमित रूप से पानी की आवक हो रही है।