भारी बारिश के चलते सांवा नदी में अरनिया तक कई फीट तक पानी आया हैं, वहीं बाणगंगा नदी के पेटे में भी थोड़े पानी की आवक हुई हैं। उधर सालों बाद पलासन नदी में तीन से चार फीट पानी आया हैं। इसके चलते गुल्लाना से बसवा की ओर जाने वाला रास्ता अवरूद्ध हो गया। हालांकि] अभी भी स्थानीय लोगों को नदियों में अच्छे पानी की आवक का इंतजार हैं।
9 साल बाद छलकने को आतुर रेहडिया डेम
पिछले दिनों हुई अच्छी बारिश के चलते रेहडिया डेम में पानी की आवक बड़ी हैं। अब तक करीब साढ़े 13 फीट से ऊपर पानी पहुंच गया हैं। बांध की कुल भराव क्षमता 15 फीट है। वर्ष 2015 में रेहड़िया बांध पूरा भरा था। ऐसे में करीब 9 वर्ष बाद पानी की समुचित आवक हुई है। इससे आसपास के क्षेत्र में जलस्तर भी बढ़ेगा। वहीं ग्रामीणों को भी बांध के भरने की उम्मीद बंधी है। बांध में अच्छी मात्रा में पानी आने से लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। 20 वर्ष बाद आया बाणगंगा नदी में पानी
इधर, सिकंदरा सहित आस-पास के दर्जनों गांवों के भू-जल स्तर की लाइफ लाइन माने जाने वाली बाणगंगा नदी में आखिर 20 वर्ष बाद पानी बह निकला। बाणगंगा नदी में सोमवार सुबह से ही पानी की आवक शुरू हो गई, जो शाम तक जारी रहा। पानी को देखने के लिए काफी संख्या में लोग सिकंदरा बांदीकुई स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया पर पहुंचे। हालांकि यह पानी नदी किनारे पर बसे आसपास गांवों में बने एनिकटों के टूटने से आया है।