Dausa Lok Sabha Constituency के लिए 6 मई को दूसरे चरण में मतदान होना है, जहां कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन 11 उम्मीदवारों में छह पुरुष और 5 महिलाएं हैं। इस सीट पर मुख्य मुकाबला विधायक मुरारी लाल मीणा की पत्नी और Congress उम्मीदवार सविता मीणा और भाजपा की जसकौर मीणा के बीच है। हालांकि दौसा लोकसभा सीट से सविता मीणा और जसकौर मीणा के अलावा तीन अन्य महिलाएं अंजू धानका, बिमला देवी मीणा और भारती मीणा भी चुनाव मैंदान में हैं।
दौसा संसदीय सीट में 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें दौसा जिले की बांदीकुई, महुआ, सिकराय, दौसा, लालसोट आैर जयपुर जिले की बस्सी, चाकसू व अलवर जिले की थानागाजी विधानसभा सीट शामिल है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बांदीकुई, सिकराय, दौसा, लालसोट और चाकसू सीट पर कांग्रेस जीती, जबकि थानागाजी, बस्सी और महुआ सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया। इस लिहाज से दौसा की 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है।
बस्सी से दो बार विधायक रह चुकी अंजू धानका दौसा से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। अंजू धानका के ताल ठोकने से दौसा लोकसभा सीट के चुनावी समीकरण बिगड़ गए हैं। दौसा लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। दौसा क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति में मुख्य रूप से मीणा जाति आती है।
दौसा लोकसभा सीट एक समय कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी और इसे कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट के नाम से जाना जाता था। दौसा से राजेश पायलट 1984, 1991, 1996 और 1998 में सांसद बने। उनके निधन के बाद साल 2000 में हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी रमा पायलट विजयी हुईं, जबकि साल 2004 के लोकसभा चुनाव में उनके पुत्र Sachin Pilot चुनाव जीते।