अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने बताया कि दौसा की ओर से आ रहा एक डंपर घाटी की ढलान में अनियंत्रित हो गया और रोड पर मौजूद वाहनों व राहगीरों को टक्कर मार दी। हादसे में रेवड़मल पुत्र गेंदालाल महावर निवासी रालावास व उनकी बारह साल की बेटी लक्ष्मी, महेशचंद शर्मा (40) पुत्र देवनारायण निवासी बसंत विहार कॉलोनी दौसा, रामहरि योगी ( 42) पुत्र लोहड़ची की मौत हो गई। एक मृतक महिला की शाम तक शिनाख्त नहीं हो सकी। डंपर चालक घटना के बाद मौके से फरार हो गया। घायल दस लोगों को अस्पताल में उपचार चल रहा है।
घटना के बाद भड़के लोग
शहर के बस स्टैंड पर हुए भीषण हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बंद होने के बाद भी दिनभर भारी वाहनों का संचालन होने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा कर दिया। डिप्टी एसपी उदयसिंह मीना की अगुवाई में पुलिस मौके से डंपर को हटाकर थाने ले जाने लगी तो उसके आगे रोड पर पीसीसी सदस्य कमल मीणा समेत दर्जनों लोग बैठ गए। लोगों ने घटना के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई और पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। करीब दो घंटे बाद कार्यवाहक उपखंड अधिकारी विजेंद्र मीणा ने नियमानुसार उचित कार्रवाई का भरोसा देकर भीड़ को हटाया।
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विधायक रामबिलास मीना भी लालसोट थाने पर पहुंचे। उन्होंने नाराजगी जताते हुए एएसपी लोकेश सोनवाल से कहा कि गत वर्ष दिसंबर माह में उनके प्रयासों के बाद शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बंद होने के आदेश जारी हो चुके हैं, उसके बावजूद यह वाहन शहर में कैसे प्रवेश कर गया। उन्होंने जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार व एसपी रंजीता शर्मा से इस हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।