यह है ब्लॉकवार स्थिति वर्ष 2023-24 में
पंचायत समिति बैजूपाड़ा में 12, बांदीकुई में 60, बसवा में 95, दौसा में 254, लालसोट में 80, लवाण में 144, महुवा में 61, नांगल राजावतान में 100, रामगढ़ पचवारा में 123, सिकन्दरा में 103 एवं सिकराय में 133 परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला है। ऐसे में सबसे अधिक दौसा व सबसे कम बैजूपाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में सौ दिन का रोजगार मिला है।
राजस्थान में भी कम हो रही संख्या
राजस्थान की स्थिति पर गौर करें तो वर्ष 2020-21 में 12 लाख 31 हजार 428, वर्ष 2021-22 में 9 लाख 91 हजार 738, वर्ष 2022-23 में 4 लाख 53 हजार 500 एवं 2023-24 में 5 लाख 9 हजार 471 परिवारों को ही सौ दिन का रोजगार मिल सका। ऐसे में प्रदेश स्तर पर भी सौ दिन का रोजगार पाने वाले परिवारों की संख्या में पहले के मुकाबले कमी आई है।
निर्धारित मजदूरी भी नहीं मिल पाती पूरी
इस वर्ष राजस्थान में 266 रुपए प्रतिदिन मजदूरी निर्धारित की गई है, लेकिन टास्क के आधार पर मजदूरी का निर्धारण होता है। ऐसे में निर्धारित मजदूरी पूरी नहीं मिल पाती है। राज्य में श्रमिकों को वर्ष 2020-21 में 169.51, वर्ष 2021-22 में 182.62, वर्ष 2022-23 में 189.77 एवं वर्ष 2023-24 में 200.89 रुपए प्रतिदिन औसतन मजदूरी मिली है।
विनय मित्र, विकास अधिकारी पंचायत समिति बांदीकुई