जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में अब तक कोरोना पॉजिटिव 8 मरीज भर्ती किए गए थे। इससे पहले के मरीज जयपुर रैफर किए थे। इन आठों मरीजों में से तीन-तीन वर्ष की दो बालिकाओं को दूसरे दिन ही जयपुर रैफर कर दिया था। इसके बाद यहां पर 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज रह गए थे। इनमें से लालसोट निवासी एक मरीज की लगातार दो रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद 25 अप्र्रेल को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर लालसोट के एक निजी अस्पताल में क्वारेंटाइन के लिए भेज दिया। अब अस्पताल में भर्ती अन्य सभी मरीजों की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद दूसरी रिपोर्ट के लिए सैम्पल जयपुर भेजे गए।
कोविड वार्ड में इन मरीजों का इलाज करने वाली टीम में वार्ड प्रभारी डॉ. आरडी मीना, डॉ. मुकेश सिरोहा, डॉ. राजेन्द्र मीना, नर्सिंग अधीक्षक महावीर शर्मा, सत्यनारायण मीना, प्रेमसिंह मीना, कमलेश मीना, गोपेश शर्मा, मुरारीलाल बैरवा, मोतीलाल सैनी, राकेश सैनी आदि थे। जिला कलक्टर ने चिकित्सा टीम को धन्यवाद देकर सराहना की।
लापरवाही नहीं बरतें…
कोरोना पॉजिटिव से दो बार नेगेटिव आए इन पांचों मरीजों से जिला कलक्टर ने कहा कि उनकी दूसरी बार लगातार रिपोर्ट नेगेटिव आना बहुत खुशी की बात है, लेकिन अभ तक नियमों की पालना करनी होगी। उनको निर्धारित समय के लिए क्वारेंटाइन में रहना होगा। इसमें वे कतई लापरवाही नहीं बरतें। यदि वे लापरवाही बरतेेंगे तो स्वयं के साथ दूसरों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ करेंगे।
सीएमएचओ डॉ. पीएम वर्मा ने बताया कि दौसा जिले के खुशी की बात है कि यहां जितने भी मरीज अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं, उन सभी की लगातार दो बार रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आ चुकी है। तीन-तीन वर्ष की दो बालिकाओं की रिपोर्ट भी दो बार नेगेटिव आ चुकी है, लेकिन उनका अभी जयपुर के जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है। दोनों बालिकाओं के अलावा अन्य सभी को सरकारी अस्पताल से क्वारेंटाइन के लिए दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है।