बता दें कि ये हादसा रविवार का है। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल ही दोनों को तलाशने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया। लेकिन रविवार रात को दोनों का कहीं कोई सुराग नहीं लग सका।
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बता दें कि ये दर्दनाक हादसा भांडेर थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले पथरिया ततारपुर और वैधारी के बीच बसवाहा नहर निकली है। रविवार को पथरिया ततारपुर में रहने वाले भागीरथ पाल पुत्र रामचरण नाती मुन्नालाल पाल पुत्र नेकपाल के साथ बकरी चराने गए थे। भागीरथ पाल के छोटे बेटे नीरज का 10 वर्षीय पुत्र कार्तिक भी साथ था। बकरियां चराने के दौरान मुन्नालाल नहर से पानी लेने के लिया गया। तभी उसका पैर फिसला और वो नहर में जा गिरा। उसे गिरता देख कार्तिक ने चिल्लाकर अपने दादा को आवाज लगाई। दादा भागीरथ भी नाती को बचाने नहर में कूद गए।
नहर में इस समय पानी होने तथा दोनों किनारे पक्के होने के चलते दादा-नाती पानी के बहाव में बह गए। यह माजरा देख छोटा नाती कार्तिक घटनास्थल से करीब आधा किमी दूर तक दौड़ता हुआ बगा पहाड़ की पुलिया पर पहुंचा और वहां कृषि कार्य में व्यस्त लोगों को चिल्लाकर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद लोग नहर की ओर दौड़े। जहां दोनों दादा-नाती को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।