दमोह में महिला बाल विकास, जिला आपूर्ति विभाग प्रभारियों के भरोसे
महिला बाल विकास, जिला आपूर्ति, नगर परिषद और जनपद जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अधिकारियों के न होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है
Mahila bal vikas office damoh
दमोह. महिला बाल विकास, जिला आपूर्ति, नगर परिषद और जनपद जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अधिकारियों के न होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। इन विभागों में प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है। इस वजह से कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। क्योंकि यह अधिकारी विभागों में जाकर नहीं बैठ रहे हैं। वह अपने मूल दफ्तरों से ही फाइलें निबटाते हैं। आम लोग भी इन अधिकारियों से आसानी से नहीं मिल पाते हैं। जिन प्रशासनिक अधिकारियों को यह अतिरिक्त प्रभार सौंपे हैं, वह पहले से ही कई दायित्व संभाल रहे हैं।
विभागों और नगर परिषदों में स्थाई अधिकारी न होने से कामकाजों पर इसका असर हो रहा है। प्रभारी अधिकारी अतिरिक्त प्रभारी वाले विभागों में नहीं बैठते हैं। वह कभी-कभी आते हैं। वहीं अधिकारियों के कार्यालय में न बैठने से कर्मचारी भी अपनी कुर्सी पर नहीं रहते हैं। इससे कई काम प्रभावित हो जाते हैं।
- ये प्रमुख विभाग चल रहे प्रभार पर
महिला बाल विकास: बड़ा विभाग होने के बाद एक साल से अधिक समय से कार्यक्रम अधिकारी नहीं। महिला सशक्तिकरण अधिकारी संजीव मिश्रा संभाल रहे पद। - जिला आपूर्ति अधिकारी: डेढ़ साल से अधिक समय से इस बड़े विभाग में अधिकारी नहीं है। ऐसे में इसका प्रभार एसडीएम आरएल बागरी के पास है।
- उपसंचालक सामाजिक न्याय: इसमें भी ३ साल से कोई अधिकारी नहीं है। जिपं सीइओ इसके प्रभारी है।
- उपसंचालक पशु चिकित्सा, प्रभारी सहायक संचालक उद्यानिकी, श्रम अधिकारी, ईई पीएचई, ईई आरइएस सहित अन्य विभाग भी प्रभार में ही चल रहे हैं।
- जनपदों में नहीं है सीइओ, महीनों अटक रहे काम
हाल ही हटा और पटेरा जनपद के सीइओ का प्रभार लिए भूर सिंह को लोकायुक्त ने पकड़ा था। ऐसे में दोनों ही जनपदों में अब सीइओ नहीं है। ऐसी स्थिति में दोनों नगर परिषदों के प्रभार तहसीलदारों के पास है। सीइओ की गैरमौजूदगी में यहां काम अटक गए हैं। इसके अलावा पथरिया जनपद में भी लंबे समय से सीइओ नहीं है। यहां तेंदूखेड़ा जनपद सीइओ मनीष बागरी प्रभार में हैं। ऐसे में ३-३ दिन दोनों जगह रहते हैं, जिससे दोनों की जनपदों के काम प्रभावित हो रहे हैं।
-नगरपरिषद और तहसीलें भी प्रभारियों के भरोसे
नगरपरिषदें और तहसीलें भी प्रभारियों के भरोसे ही चल रही हैं। तेंदूखेड़ा नगरपरषिद में प्रभारी सीएमओ प्रेमसिंह चौहान है। ये पहले से प्रभार में है, जबकि इन्हें पटेरा का भी प्रभार दे रखा है। इतना ही नहीं तेंदूखेड़ा में तहसीलदार भी प्रभारी ही है। पथरिया, हिंडोरिया नगरपरिषद में भी सीएमओ प्रभारी है, जबकि पथरिया में तहसीलदार प्रभार में है। - लोगों के अटक रहे काम, होती है परेशानी
महिला बाल विकास के बाहर रोजाना किसी न किसी को परेशान होते देखा जा सकता है। सोमवार को ही हिनौती खेतसिंह से आए नन्हेभाई ने बताया कि सुबह से वह आए थे, लेकिन दो घंटे से कोई अधिकारी नहीं है। जिससे परेशान हो रहा है। जिला आपूर्ति विभाग की स्थिति भी खराब है। प्रभार पर प्रभार यहां है, ऐसे में अपनी समस्या लेकर आने वाले लोगों को त्वरित राहत नहीं मिल पाती हैं। राशन कार्ड पात्रता पर्ची को लेकर भी लोग भटक रहे हैं। सुनवाई न होने से सीएम हेल्पलाइन लगा रखी है। इन शिकायतों की संख्या भी बढ़ रही है।
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