scriptऑनलाइन खरीदी ने तोड़ा बाजार, इधर किसानों की फसल नहीं बिकने से भी पड़ा फर्क | Patrika News
दमोह

ऑनलाइन खरीदी ने तोड़ा बाजार, इधर किसानों की फसल नहीं बिकने से भी पड़ा फर्क

दीपावली के बाद अब ग्यारस पर उठने के आसार दमोह. दीपावली का दमोह का बाजार मध्यम रहा है। जिस तरह बाजार में धनवर्षा की उम्मीद की जा रही थी, उस हिसाब से बाजार में मंदी रही है। जिसका कारण यह है कि किसान इस बार बाजार नहीं आया है, केवल कर्मचारियों के अग्रिम वेतन भुगतान […]

दमोहNov 04, 2024 / 02:15 am

हामिद खान

दमोह. दीपावली का दमोह का बाजार मध्यम रहा है। जिस तरह बाजार में धनवर्षा की उम्मीद की जा रही थी, उस हिसाब से बाजार में मंदी रही है। जिसका कारण यह है कि किसान इस बार बाजार नहीं आया है, केवल कर्मचारियों के अग्रिम वेतन भुगतान की वजह से बाजार में अनुमान के मुताबिक रौनक नहीं दिखी है। ऑनलाइन खरीदी और किसानों के बाजार में नहीं आने के कारण टूटे बाजार को ग्यारस पर वापसी की उम्मीद है। जिले में किसानों से इस बार सर्वाधिक उड़द फसल पर खेला था, जो अभी तक पूरी तरह से विक्रय नहीं हो पाई है। वहीं सोयाबीन का रुपया भी किसानों के हाथ नहीं लग सका है। ऐसे में किसानों के हाथ दीपावली पर खाली ही बताए गए थे। जिससे किसान खरीदी के लिए ही नहीं निकला है। दूसरा कारण किसानों की दूसरी फसल की तैयारी है। जिसकी खाद की व्यवस्था में फिलहाल किसान लगा हुआ है। इसके साथ ही किसान का सोयाबीन निकला, लेकिन महंगा बीज खरीदने के बाद सोयाबीन के भाव धड़ाम से गिरने से किसानों ने त्योहार होते हुए भी अपना सोयाबीन नहीं बेचा। कर्मचारियों के वेतन के कारण सराफा व्यवसाय मध्यम रहा है। यहां सोने से ज्यादा चांदी की खरीददारी वह दीपावली पर पूजे जाने वाले सिक्कों की खरीदी के लिए ज्यादा ग्राहकी रही है। सोने के खरीददार भी कम पहुंचे हैं। सराफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि सराफा में सोना किसान के आने पर ही बिकता है। इस बार दीपावली पर किसान बाजार नहीं आया है, जिससे मध्यम बाजार रहा है। दीपावली पर हमेशा कपड़ा बाजार दमकता हुआ दिखाई देता था, लेकिन इस बार कपड़ा बाजार को ऑनलाइन शॉपिंग ने तोड़ दिया है। दमोह की कूरियर कंपनियों के अनुसार नवरात्र से दीपावली तक सबसे ज्यादा कपड़ा ऑनलाइन मंगाया गया है। इस ऑनलाइन प्रवृत्ति से शो-रूमों व दुकानों पर खरीदे जाने वाले कपड़े में मंदी का दौर दिखाई दिया है। हालांकि, इसका व्यापार दुकानों पर औसत रहा है। -फाइनेंस पर उठी बाइक व कार दमोह शहर में केवल ऑटोमोबाइलस में बाइक, कार व इलेक्ट्रानिक्स में जीरो परसेंट फाइनेंस पर बाजार दमका है। कई बाइक कंपनियों ने पिछले साल के मुताबिक ग्रोथ भी की है। इसी तरह कारों का हाल है। इस दीपावली हर गली मोहल्ले में नई कारों की पूजा हुई है। जो केवल 100 फीसदी उधार पर ही ऑटोमोबाइल्स बाजार दमकता हुआ दिखाई दिया है। इसी तरह लोगों के घर नए मॉडल के एलइडी, फ्रिज व वाशिंग मशीन भी फुल फाइनेंस पर घर पहुंच गए हैं।

दमोह. दीपावली का दमोह का बाजार मध्यम रहा है। जिस तरह बाजार में धनवर्षा की उम्मीद की जा रही थी, उस हिसाब से बाजार में मंदी रही है। जिसका कारण यह है कि किसान इस बार बाजार नहीं आया है, केवल कर्मचारियों के अग्रिम वेतन भुगतान की वजह से बाजार में अनुमान के मुताबिक रौनक नहीं दिखी है। ऑनलाइन खरीदी और किसानों के बाजार में नहीं आने के कारण टूटे बाजार को ग्यारस पर वापसी की उम्मीद है।

जिले में किसानों से इस बार सर्वाधिक उड़द फसल पर खेला था, जो अभी तक पूरी तरह से विक्रय नहीं हो पाई है। वहीं सोयाबीन का रुपया भी किसानों के हाथ नहीं लग सका है। ऐसे में किसानों के हाथ दीपावली पर खाली ही बताए गए थे। जिससे किसान खरीदी के लिए ही नहीं निकला है। दूसरा कारण किसानों की दूसरी फसल की तैयारी है। जिसकी खाद की व्यवस्था में फिलहाल किसान लगा हुआ है। इसके साथ ही किसान का सोयाबीन निकला, लेकिन महंगा बीज खरीदने के बाद सोयाबीन के भाव धड़ाम से गिरने से किसानों ने त्योहार होते हुए भी अपना सोयाबीन नहीं बेचा।

कर्मचारियों के वेतन के कारण सराफा व्यवसाय मध्यम रहा है। यहां सोने से ज्यादा चांदी की खरीददारी वह दीपावली पर पूजे जाने वाले सिक्कों की खरीदी के लिए ज्यादा ग्राहकी रही है। सोने के खरीददार भी कम पहुंचे हैं। सराफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि सराफा में सोना किसान के आने पर ही बिकता है। इस बार दीपावली पर किसान बाजार नहीं आया है, जिससे मध्यम बाजार रहा है। दीपावली पर हमेशा कपड़ा बाजार दमकता हुआ दिखाई देता था, लेकिन इस बार कपड़ा बाजार को ऑनलाइन शॉपिंग ने तोड़ दिया है। दमोह की कूरियर कंपनियों के अनुसार नवरात्र से दीपावली तक सबसे ज्यादा कपड़ा ऑनलाइन मंगाया गया है। इस ऑनलाइन प्रवृत्ति से शो-रूमों व दुकानों पर खरीदे जाने वाले कपड़े में मंदी का दौर दिखाई दिया है। हालांकि, इसका व्यापार दुकानों पर औसत रहा है।

-फाइनेंस पर उठी बाइक व कार

दमोह शहर में केवल ऑटोमोबाइलस में बाइक, कार व इलेक्ट्रानिक्स में जीरो परसेंट फाइनेंस पर बाजार दमका है। कई बाइक कंपनियों ने पिछले साल के मुताबिक ग्रोथ भी की है। इसी तरह कारों का हाल है। इस दीपावली हर गली मोहल्ले में नई कारों की पूजा हुई है। जो केवल 100 फीसदी उधार पर ही ऑटोमोबाइल्स बाजार दमकता हुआ दिखाई दिया है। इसी तरह लोगों के घर नए मॉडल के एलइडी, फ्रिज व वाशिंग मशीन भी फुल फाइनेंस पर घर पहुंच गए हैं।

दीपावली के बाद अब ग्यारस पर उठने के आसार

दमोह. दीपावली का दमोह का बाजार मध्यम रहा है। जिस तरह बाजार में धनवर्षा की उम्मीद की जा रही थी, उस हिसाब से बाजार में मंदी रही है। जिसका कारण यह है कि किसान इस बार बाजार नहीं आया है, केवल कर्मचारियों के अग्रिम वेतन भुगतान की वजह से बाजार में अनुमान के मुताबिक रौनक नहीं दिखी है। ऑनलाइन खरीदी और किसानों के बाजार में नहीं आने के कारण टूटे बाजार को ग्यारस पर वापसी की उम्मीद है।
जिले में किसानों से इस बार सर्वाधिक उड़द फसल पर खेला था, जो अभी तक पूरी तरह से विक्रय नहीं हो पाई है। वहीं सोयाबीन का रुपया भी किसानों के हाथ नहीं लग सका है। ऐसे में किसानों के हाथ दीपावली पर खाली ही बताए गए थे। जिससे किसान खरीदी के लिए ही नहीं निकला है। दूसरा कारण किसानों की दूसरी फसल की तैयारी है। जिसकी खाद की व्यवस्था में फिलहाल किसान लगा हुआ है। इसके साथ ही किसान का सोयाबीन निकला, लेकिन महंगा बीज खरीदने के बाद सोयाबीन के भाव धड़ाम से गिरने से किसानों ने त्योहार होते हुए भी अपना सोयाबीन नहीं बेचा।
कर्मचारियों के वेतन के कारण सराफा व्यवसाय मध्यम रहा है। यहां सोने से ज्यादा चांदी की खरीददारी वह दीपावली पर पूजे जाने वाले सिक्कों की खरीदी के लिए ज्यादा ग्राहकी रही है। सोने के खरीददार भी कम पहुंचे हैं। सराफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि सराफा में सोना किसान के आने पर ही बिकता है। इस बार दीपावली पर किसान बाजार नहीं आया है, जिससे मध्यम बाजार रहा है। दीपावली पर हमेशा कपड़ा बाजार दमकता हुआ दिखाई देता था, लेकिन इस बार कपड़ा बाजार को ऑनलाइन शॉपिंग ने तोड़ दिया है। दमोह की कूरियर कंपनियों के अनुसार नवरात्र से दीपावली तक सबसे ज्यादा कपड़ा ऑनलाइन मंगाया गया है। इस ऑनलाइन प्रवृत्ति से शो-रूमों व दुकानों पर खरीदे जाने वाले कपड़े में मंदी का दौर दिखाई दिया है। हालांकि, इसका व्यापार दुकानों पर औसत रहा है।
-फाइनेंस पर उठी बाइक व कार

दमोह शहर में केवल ऑटोमोबाइलस में बाइक, कार व इलेक्ट्रानिक्स में जीरो परसेंट फाइनेंस पर बाजार दमका है। कई बाइक कंपनियों ने पिछले साल के मुताबिक ग्रोथ भी की है। इसी तरह कारों का हाल है। इस दीपावली हर गली मोहल्ले में नई कारों की पूजा हुई है। जो केवल 100 फीसदी उधार पर ही ऑटोमोबाइल्स बाजार दमकता हुआ दिखाई दिया है। इसी तरह लोगों के घर नए मॉडल के एलइडी, फ्रिज व वाशिंग मशीन भी फुल फाइनेंस पर घर पहुंच गए हैं।

Hindi News / Damoh / ऑनलाइन खरीदी ने तोड़ा बाजार, इधर किसानों की फसल नहीं बिकने से भी पड़ा फर्क

ट्रेंडिंग वीडियो