बता दें कि कलेक्टर व अध्यक्ष जिला समिति सुधीर कुमार कोचर, सदस्य सचिव व जिला समिति सदस्यों द्वारा सेंट जॉन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल दमोह के पास सत्र 2021-22 से सत्र 2023-24 तक व्यय पर आय का आधिक्य यानि सरप्लस 15 प्रतिशत से अधिक होने के आरोप में विद्यालय द्वारा सत्र 2022-23, 2023-24 व सत्र 2024-25 में की गई फीस वृद्धि को अमान्य किया गया है।
जुर्माना भी लगाया: कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि इसके साथ ही जिला समिति द्वारा विद्यालय प्रबंधन पर 2 लाख रुपए की शास्ति भी अधिरोपित की गई है, जो 15 दिवस के भीतर आयुक्त लोक शिक्षण की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आयुक्त लोक शिक्षण को जमा करना होगी। अभी लगातार कार्रवाई चलती रहेगी। कुछ अन्य स्कूलों की भी जांच जारी है। जिन्हें पूर्व में नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं।
इन वर्षों की अधिक फीस करनी होगी वापस
जांच में पाया गया है कि सरप्लस के बाद भी सेंट जॉन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा सत्र 2022-23 में 2,160 विद्यार्थियों से 1 करोड़ 95 लाख 28 हजार 600 रुपए, सत्र 2023-24 में 2,179 विद्यार्थियों से 2 करोड़ 7 लाख 16 हजार 340 रुपए व सत्र 2024-25 में 2,234 विद्यार्थियों से 2 करोड़ 23 लाख 41 हजार 350 इस प्रकार वसूली गई। कुल फीस 6 करोड़ 25 लाख 86 हजार 290 रुपए अधिक वसूली गई है। जिसे जिला समिति द्वारा 30 दिवस के भीतर विद्यार्थियों या अभिभावकों के खाते में फीस वापस किए जाने का आदेश जारी किया गया है।
१०१ पुस्तकें मिली फर्जी, डुप्लीकेट आइएसबीएन वाली
इसके अतिरिक्त विद्यालय प्रबंधन द्वारा सत्र 2024-25 में निजी प्रकाशकों की अनुशंसित की गई कुल 204 पुस्तकों में से 101 पुस्तकें फेक और डुप्लीकेट आइएसबीएन वाली पाई गई। विद्यालय प्रबंधन द्वारा निजी प्रकाशकों की मंहगी पुस्तकें अनुशंसित कर विद्यार्थियों/ अभिभावकों पर अनावश्यक रूप से डाले गए आर्थिक बोझ के कारण इन पुस्तकों की कुल राशि 52 लाख 24 हजार 75 रुपए २171 विद्यार्थियों को वापस किए जाने का आदेश जारी किया गया है। विद्यालय प्रबंधन को फेक डुप्लीकेट आइएसबीएन वाली पुस्तकों की राशि भी 30 दिवस के भीतर विद्यार्थियों/ अभिभावकों को वापस करनी होगी।