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दमोह

बुंदेली हटा महोत्सव: राई के साथ लोगों को भा रही बुंदेली व्यंजनों की बघार

नगडिय़ा, रमतूला और तासा से हो रहा मेहमानों का स्वागत

दमोहMar 03, 2022 / 09:20 pm

Rajesh Kumar Pandey

Bundeli Hata Festival: People like Bundeli delicacies with mustard see

Bundeli Hata Festival: People like Bundeli delicacies with mustard seeds,Bundeli Hata Festival: People like Bundeli delicacies with mustard seeds

हटा. गौरीशंकर प्रांगण में आयोजित 14 वे बुंदेली महोत्सव में गुरुवार को मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह पहुंचे। जहां पर बुंदेलखंडी रीति रिवाज अनुसार नगडिय़ा, रमतूला, ढोलक, तासा की धुन पर नाचते गाते हुए घोड़ा बग्गी में सवार होकर दल दल घोड़ी नृत्य के साथ उन्हें दद्दा कला मंच पर लाया गया।
जहां मंच पर पहुंचकर सिर पर कलश लिए बालिकाओं का उन्होंने अभिवादन करते हुए रीति रिवाज अनुसार पूजन किया। वहीं मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर तृतीय दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके उपरांत उन्हें पगड़ी बांधकर मधुकर शाही तिलक किया गया। इसके उपरांत एसडीएम व नगर पालिका प्रशासक अभिषेक सिह ठाकुर के द्वारा पुष्प मालाओं से स्वागत किया। उनका स्वागत गीत सागर से आई न्यू इमेज एकडेमी ने बधाई नृत्य के साथ उनका स्वागत किया। जिसकी प्रस्तुति देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। वही मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह ने अपने कहा कि हमारी चीजें जो हमारे पूर्वज विरासत में दे गए थे। उन्हें जीवत रखने के लिए इस प्रकार के बुंदेली मेला का आयोजन करने से ही उन्हें सहेजा जा सकता है। जहां पर एक ही जगह पर सैंकड़ों प्रकार के बुंदेली व्यजंन जो विलुप्त होते जा रहे हैं। उन्हें देखकर और चखकर ऐसा लगा कि अभी भी हमारे बीच पुरानी महिलाएं हैं, जो पुराने खान पान की विरासत को बचाए हुए हैं। उसका स्वाद हमें आज भी चखने मिल रहा है। जिससे पुरानी यादें ताजा हो गई। ऐसे बुंदेली मेले के आयोजन से कलाकारों की कला को बचाया जा सकता है। जहां पर ढिमरयाई रागे फागे भजन कीर्तन भक्त सुनाने व पुराने बाध्य संगीत बजाने का मौका मिल रहा है। हमें अपने पुराने संगीत को सुरक्षित रखने का भी मौका यहां मिल रहा है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस मंच से कलाकारों को प्रोत्साहित करें ताकि उनका मनोबल बड़े हमें ऐसे कलाकारों को सम्मान देने की जरूरत है। वहीं जीवन की खुशी और आनंद ऐसे ही मंचों पर मिलती है। बुंदेलखंडी परंपरा को हटा मे बुंदेली मेला आयोजित करने वाले पुष्पेंद्र हजारी इस पुरानी परंपरा को बचाए हुए हैं। निरंतर ऐसे कार्यक्रम क्षेत्र में होते रहने चाहिए। नई पीढ़ी आधुनिकता के युग मे मोबाइल और टीवी आधुनिक संसाधनों में सिमट गई है। जिससे वह पुरानी परंपरा, भूल गए है। वही छतरपुर पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह, मुन्ना राजा भी बुंदेली महोत्सव में शामिल होने पहुंचे। जहां उन्होंने मंच से उद्बोधन देते हुए बुंदेली अंदाज में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से हमारे रीति रिवाज और परंपराओं की याद बनी रहती है। वही इस मौके पर लॉजिस्टिक कारपोरेशन के अध्यक्ष राहुल सिंह भी पहुंचे। जहां उन्होंने अपने उद्बोधन में आयोजक कमेटी व मंच पर प्रस्तुति दे रहे कलाकारों की प्रशंसा की और राई का आनंद लिया। वहीं मंच पर चल रहे राई नृत्य को देखने बड़ी संख्या में नगर व आस पास के ग्रामीण अंचल से पहुंचे। लोगों ने रंगारंग कार्यक्रमों का आनंद लिया। इस मौके पर हटा विधायक पीएल तंतुवाय मेला संयोजक पुष्पेंद्र सिंह हजारी एसडीएम व नगर पालिका प्रशासक अभिषेक सिंह ठाकुर, नगर पालिका प्रभारी सीएमओ काशीराम पटेल, रामकली तंतुवाय भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष शिखा जैन, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनुराग हजारी राजेंद्र सिंह, ब्रजेश दुबे, प्रदीप गुप्ता सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।

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