नगरपालिका ने शहर के वाहनों को बाहर से निकालने के लिए २००३-०४ में इस रिंग रोड का निर्माण किया था। जिसका काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए रोड की रिंग अब भी पूरा नहीं हुआ है। धरमपुरा तिराहे से हटा नाका की ओर जाने वाला रोड अब भी नहीं बन सका है। जबकि रेलवे लाइन की वजह से ओवरब्रिज भी यहां नहीं बन सका है। ऐसे में यह रोड शुरुआत से ही गर्त में रहा है। वहीं इसकी देखरेख भी नगरपालिका नहीं करती है। बायपास बनने के बाद से इसकी अनदेखी और बढ़ गई है। जिसके कारण जटाशंकर से कंकाली माता तिराहे तक उपयोग हो रहा यह मार्ग हमेशा कंडम हाल में ही रहता है।