कार्यक्रम की शुरुआत श्याम प्रेमी मंडल द्वारा विधिवत अखंड ज्योत प्रज्वलित कर की गई। प्रारंभ में कोलकाता से आए भजन गायक संजय मित्तल ने गणेश वंदना और सरस्वती वंदना से इस संकीर्तन का आगाज करते हुए मनमोहक भजन की प्रस्तुतियां दीं, जिस पर श्रोता मंत्रमुग्ध होकर अपने आपको नाचने से नहीं रोक सके। वहीं बरेली की अंजलि द्विवेदी ने मंच पर आते ही अपनी 6 प्रस्तुतियां पेश कर श्रोताओं की जमकर तालियां बटोरी। कार्यक्रम में जयपुर के अभिषेक नामा ने अपनी प्रस्तुति में हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा बिगड़े काम बनाकर देखले, नीले घोड़े चढक़र आया मेरा श्याम खाटू जाकर देख ले जैसे भजनों की उम्दा प्रस्तुति दी।
लगभग रात्रि 1 बजे के बाद सर्द हवाओं के बीच उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध होकर तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ भाव विभोर होते नजर आए। दिल्ली से आए शीतल पांडे ने करुणामई प्रस्तुति देते हुए भजन सुनाया । आयोजन समिति द्वारा महिला-पुरुषों के बैठने की अलग व्यवस्था की गई थी। महिला एवं पुरुषों ने कतार में लगकर बाबा के सजाए दरबार में आहुति दी। इस दौरान मंच पर प्रस्तुति देने आए कलाकारों का आयोजन समिति द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।