वहीं, इस बीच दिशा के पिता ने अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा है कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। अपराधी मारे जा चुके हैं, लेकिन हम अभी भी कठिनाई भरा जीवन यापन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि दिशा का पिता ने यह बयान सुप्रीम कोर्ट में एनएचआरसी की रिपोर्ट को सबमिट करने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही।
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आपको बता दें कि साइबराबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने एनएचआरसी टीम को सभी विवरण प्रस्तुत किए, जो छह दिसंबर के एनकाउंटर की जांच कर रही है। पुलिस ने शादनगर शहर के पास चटनपल्ली में इस जघन्य अपराध में शामिल सभी चार आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। पुलिस ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में शमशाबाद के पास 26 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म व हत्या के मामले में उनके द्वारा की गई जांच का सारा ब्योरा भेज दिया है। एनएचआरसी की सात सदस्यीय टीम ने मंगलवार को लगातार चौथे दिन एनकाउंटर से संबंधित अपनी जांच जारी रखी।
एनएचआरसी ने सात दिसंबर को अपनी जांच शुरू की थी और इसने अब तक सभी चार मारे गए आरोपियों और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की है। आयोग की टीम ने उस जगह का दौरा भी किया है, जहां पर अपराध हुआ था। इसके साथ ही वह महबूबनगर स्थित उस सरकारी अस्पताल भी पहुंचे, जहां आरोपियों के शव रखे गए थे। तेलंगाना हाईकोर्ट के निर्देश पर सोमवार को शवों को हैदराबाद के गांधी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाते हुए इस संबंध में गहन जांच की मांग करने वाली कुछ याचिकाओं की सुनवाई करते हुए अदालत ने अधिकारियों को 13 दिसंबर तक शवों को संरक्षित करने का निर्देश दिया था।