पुणे पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सरदार पाटिल ने इस शर्मनाक घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बच्चे को घर में गलत ढंग से कैद करने के आरोप में हमने उसके माता-पिता शीतल लोधरिया और संजय लोधरिया गिरफ्तार किया है। दोनों कोंढवा की कृष्णाई बिल्डिंग में रहते हैं। इन्होंने अपने घर में 22 कुत्तों को रखा हुआ था। इनमें से ज्यादातर सड़क से उठाए गए थे। बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है।
बच्चे की हरकत और घर से आ रही दुर्गंध पर पड़ोसियों ने की शिकायत
सरदार पाटिल ने आगे बताया कि आरोपी दंपती खाना देने के लिए घर में आते थे और फिर कुछ देर वहां रहने के बाद वापस चले जाते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस घर में बच्चा कुत्तों के साथ कैद था वहां के पड़ोसियों ने पुलिस से शिकात की थी। पड़ोसियों ने बताया कि उन्होंने खिड़की के पास बच्चे को कुत्तों जैसी हरकतें करती देखी, घर से आ रही दुर्गंध के बाद मामले की शिकायत पुलिस से की।
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पूरे घर में फैली थी गंदगी, बेड पर सोते थे कुत्ते
पड़ोसियों की शिकायत पर पुलिस ने बुधवार रात फ्लैट पर दबिश दी और बच्चे को आवारा कुत्तों के साथ मुक्त करवाया। बच्चे की स्थिति देखकर देररात ही पुलिस ने आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। दूसरी ओर चाइल्ड लाइन की टीम भी जांच कर रही है। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होगी। चाइल्ड लाइन की कोआर्डिनेटर अपर्णा मोदक ने कहा कि घर से जब बच्चे को बरामद किया गया तो घर के हालात बेहद खराब थे। पूरे घर में गंदगी थी। कुत्ते बेड पर सोते थे। उन्हीं के बीच यह बच्चा भी रह रहा था।
घर में एक ही बेडरुम, उसी में 22 कुत्तों के संग था बच्चा
पुणे में कृष्णाई बिल्डिंग के जिस फ्लैट में छापा मारकर बच्चे को निकाला गया, वहां एक ही बेडरूम था। उसी बेडरूम में बच्चा कुत्तों के साथ रह रहा था। माता-पिता खाना देने के लिए आते थे लेकिन थोड़ी देर बाद चले जाते थे। बच्चा लगातार उन आवारा कुत्तों के साथ रह रहा था। जिसके बाद वह भी कुत्तों जैसे भौंकना-हांफना शुरू कर दिया था।
जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला हुआ दर्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार माता और पिता पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट धारा 23 और 28 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया है कि आरोपी दंपती को कुत्ते पालने का शौक था। वे घर में अक्सर कुत्ते लाते थे और उन्हीं के साथ रहने से बच्चे में भी वैसे ही लक्षण आ गए। पड़ोसियों से यह भी जानकारी मिली कि कोरोना के कारण दो साल से बंद स्कूल जब खुले तो उक्त बच्चे ने स्कूल में दूसरे बच्चों को कुत्ते की तरह ही काट लिया था।