निर्भया केस की तरह बर्बरता वाले इस बलात्कार मामले में पुलिस कार्रवाई की जानकारी देते हुए नागराले ने कहा कि इलाज के दौरान पीड़िता की मौत के बाद आरोपी के खिलाफ ‘हत्या के प्रयास’ के आरोप को ‘हत्या’ की धारा में बदल दिया गया है।
उन्होंने कहा, “मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री ने मामले में फास्ट ट्रैक ट्रायल का आदेश दिया है। दुर्भाग्य से, पीड़िता की आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई और हमने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) को धारा 302 (हत्या) से बदल दिया है। जांच से पता चला है कि इस अपराध में केवल एक व्यक्ति ही शामिल है।”
यह पूछे जाने पर कि त्योहार के मौसम में जब पुलिस गश्त की उम्मीद की जाती है तो घटना कैसे हुई, आयुक्त ने कहा कि पुलिस हर अपराध स्थल पर मौजूद नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, “पुलिस 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई। पुलिस हर अपराध स्थल पर मौजूद नहीं हो सकती। वे सूचना मिलने के बाद ही पहुंचेंगे। पुलिस ने अपनी पूरी कोशिश की।”
आज सुबह पीड़िता ने तोड़ दिया दम मुंबई के साकीनाका इलाके में बलात्कार की शिकार 30 वर्षीय महिला ने शनिवार को दम तोड़ दिया। प्राइवेट पार्ट में रॉड डाले जाने से गंभीर रूप से जख्मी हुई पीड़िता का मुंबई के राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले में फास्ट ट्रैक ट्रायल का आदेश दिया और कहा, “साकीनाका क्षेत्र में एक महिला के साथ बलात्कार और उसके बाद मौत मानवता के लिए अपमान का काम है और अपराधी को कड़ी सजा दी जाएगी। इस संबंध में, मैंने भी राज्य के गृह मंत्री से बात की है। यह घटना काफी निंदनीय है।”
फडणवीस ने की निंदा इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शनिवार को मामले को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कहा है कि अगर मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है, तो एक सदस्य को पूछताछ के लिए भेजा जाएगा। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता
देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के साकीनाका बलात्कार मामले की निंदा की और शनिवार को मामले के लिए एक विशेष फास्ट-ट्रैक अदालत की मांग की।