सबसे आगे धर्म ध्वजा के पुरुष व महिलाएं कलश और स्वप्ना साध्वी जीवन के वस्त्रों को सिर पर धारण कर चल रही थी। ढोल धमाकों के साथ बालिका मंडल एवं महिला मंडल लाल केसरिया हरे वस्त्र पहन कर नृत्य करते हुए चल रही थी। पुरुष और युवा वर्ग सफेद वस्त्र केसरिया पगड़ी धारण कर नाचते गाते निकले। चल समारोह साध्वी हेम प्रज्ञा श्रीजी आदि ठाना व बंधु बेलड़ी के शिष्य सम्यक चंद्र सागर जी म सा आदि ठाना के सान्निध्य में निकला। दीक्षार्थी का कुमकुम अक्षत श्रीफल से बहुमान दोपहर में पाŸवनाथ पंचकल्याणक पूजन आदिनाथ महिला मंडल द्वारा कराया गया। शाम 5 बजे दीक्षार्थी का अंतिम वायना भोजन कराया। संध्या 7 बजे दीक्षार्थी को विदाई सांसारिक माता पिता व परिजनों द्वारा की गई।
इन्होंने किया स्वागत
वरघोड़ा का गांधी चौक, द्वारकाधीश मंदिर चौराहा, पटवारी गली, रावला चौक, हवलदार चौक ,सदर बाजार, नीम चौक, हॉस्पिटल रोड आदि क्षेत्र से निकला। यहां पर जगह – जगह दीक्षार्थी का स्वागत हुआ।
आज ग्रहण करेगी दीक्षा
दीक्षा विधि का आयोजन भगवान श्री आदिनाथ मंदिर और अनु श्री वाटिका चूड़ी बाजार में गुरुवार को सुबह 6 बजे होगा। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 तक मार्गों पर निकला। मालवा म्यूजिकल ग्रुप के कलाकार शरीफ शाह द्वारा सूर मधुर दीक्षार्थी की गीत संगीत में लहरियों में करते हुए जय जयकार लगाते महावीर जैन विद्या मंदिर विद्यालय ताल के छात्र-छात्राओं के बैंड के साथ चल समारोह में शामिल था। दीक्षार्थी बहन रथ में अपने परिवार और माता पिता के साथ संसार वस्तु लुटाई जा रही थी। कई जगह दीक्षार्थी बहन का बहूमान किया गया और पिता अनिल मुणत सम्मान किया गया। प्रियांशी आज सांसारिक जीवन त्याग दीक्षा ग्रहण करेंगी।