वैसे जेल में मोबाइल ले जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी मोबाइल ले जाने के प्रयास किए गए हैं। साथ ही जेल में आकस्मिक जांच में मोबाइल और नशीला पदार्थ बंदियों की बैरकों से बरामद हो चुका है। लेकिन हाल के कुछ दिनों से दस मोबाइल मिलने से जेल के साथ पुलिस प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है। साथ ही गत दिनों जेल की बाहरी सुरक्षा दीवार का कुछ हिस्सा ढहने से जेल प्रशासन की चिंता और बढ़ा दी है।
ये इस दीवार का अभी तक निर्माण नहीं हो पाया है। उधर, जेल में वर्तमान में कुख्यात अपराधी लॉरेंस विश्नोई, पूर्व दस्यु जगन गुर्जर सहित अन्य हार्डकोर अपराधी बंद हैं। इसको देखते हुए जेल प्रशासन ने परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। सेवर में गत वर्ष कुछ लोगों को जांच के दौरान मुख्य द्वार पर चरस ले जाते पकड़ा था। पुलिस ने मौके से चार जनों को गिरफ्तार किया था, ये लोग जेल में बंद दस्यु रहे लारा को चरस देने आए थे। इस खुलासे के बाद सेवर पुलिस ने अंदर बैरक की तलाश ली और एक मोबाइल बरामद किया।
जिस पर बाद में बंदी लारा को भी गिरफ्तार किया गया। सेवर जेल की अंदुरुनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं। कुछ समय पहले जेल में बंद टींचू हतीजर ने स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर अपने सोशल मीडिया पेज को अपडेट कर दिया और बैरक में साथियों के साथ मौज-मस्ती के फोटो भी डाल दिए थे। पत्रिका के खुलासे के बाद जेल प्रशासन ने मामले में आरोपित बंदी के खिलाफ सेवर थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी तरह गत दिनों जिला कलक्टर व एसपी की आकस्मिक जांच में लॉरेंस की विशेष सेल से तलाशी में करीब 7 जोड़ी जूते, डायरी व पुस्तक आदि मिले थे, जिस पर जिला कलक्टर इस विशेष मेहरबानी पर नाराजगी जताई थी।
लॉरेंस पर हत्या, लूट, रंगदारी, जान से मारने की धमकी सहित करीब 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। हालांकि, कई में वह बरी हो चुका है। जोधपुर जेल में गत 21 जुलाई से 16 अगस्त तक विशेष जांच में मोबाइल व सिम कार्ड बरामद हुए थे। इसमें लॉरेंस विश्नोई के शूटर हरेन्द्र उर्फ हीरा जाट की विशेष सेल में तलाशी के दौरान पुलिस ने एक मोबाइल बरामद किया था। बरसात के दिनों में जेल की बाहरी दीवार का ढहा कुछ हिस्सा अभी तक नहीं बन पाया है। दीवार टूटने के बाद से यहां पर चौबीस घंटे आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं। जेल अधीक्षक सुधीर पूनिया ने बताया कि दीवार निर्माण की निविदा हो चुकी है, जल्द कार्य शुरू होगा। इसको देखते हुए बाहरी सुरक्षा सख्त कर रखी है।
-जेल के आसपास की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चारदीवारी का कुछ हिस्सा टूटने के बाद से खासी नजर रखी जा रही है। बंदियों की सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही है।
केसर सिंह शेखावत, पुलिस अधीक्षक भरतपुर