आयशा ने अपने वकील के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाकर कर सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक स्वतंत्र एजेंसी की अध्यक्षता में व्यापक जांच की मांग की है। आयशा ने अपनी याचिका में कहा है कि उसके दोनों भाइयों की हत्या में सरकार शामिल है। नूरी की याचिका पर तीन जुलाई को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दाखिल एक पीआईएल पर पहले से ही सुनवाई कर रही है।
आपको बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद यूपी एसटीएफ के रडार पर अतीक का परिवार था। इसी मामले में यूपी पुलिस ने साबरमती जेल से अतीक को प्रयागराज पूछताछ के लिए लाई थी। इस बीच 15 अप्रैल को तीन हमलावरों ने पुलिस कस्टडी में अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी थी।