प्राप्त जानकारी के अनुसार, उमेश कोल्हे की भी राजस्थान के उदयपुर के कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की तरह है गला काट कर बर्बर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम (Shaikh Irfan Shaikh Rahim) समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में विदेशी आतंकी संगठनों के शामिल होने की संभावना के चलते जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा है। उधर, मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने चौंका देने वाला खुलासा किया है।
मृतक के भाई महेश कोल्हे ने दावा किया कि आरोपी युसूफ खान (Yusuf Khan) और उनका भाई कई सालों से अच्छे दोस्त थे। मेडिकल चलाने वाले उमेश कोल्हे की बीते 21 जून की रात में हत्या कर दी गई थी।
महेश कोल्हे ने कहा, “पुलिस नोट के माध्यम से हमें पता चला है कि मेरे भाई की हत्या नुपुर शर्मा से संबंधित एक पोस्ट करने की वजह से हुई। इस मामले में गिरफ्तार आरोपी यूसुफ खान की मेरे भाई (उमेश कोल्हे) के साथ अच्छी दोस्ती थी। हम उन्हें 2006 से जानते थे। वह एक पशु चिकित्सक है।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूसुफ खान पुलिस की जांच से बचने के लिए कोल्हे के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। वह कई बार उमेश कोल्हे के घर भी गया था और उसकी मेडिकल से दवा भी लेता था। आरोप है कि उसी ने उमेश कोल्हे के मैसेज को सर्कुलेट किया था। जो उनकी हत्या की वजह बनी। दरअसल उमेश कोल्हे ने नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के समर्थन वाला एक मैसेज ग्रुप में पोस्ट किया था, उस ग्रुप का मेंबर आरोपी यूसुफ भी था।
उमेश कोल्हे हत्याकांड के मामले में अमरावती पुलिस ने मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम को नागपुर से गिरफ्तार किया है, जो एक एनजीओ चलाता है। इसके अलावा, हत्या में शामिल 22 साल के मुदस्सिर अहमद, 25 साल के शाहरुख पठान, 24 साल के अब्दुल तौफिक, 22 साल के शोएब खान, 22 साल के अतिब रशीद और 44 साल के युसूफ खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।