श्रीलंका के कप्तान ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। दोनों सलामी बल्लेबाजी ज्यादा देर पिच पर टिक नहीं पाए और 8 रन के स्कोर पर ही पवेलियन लौट गए। इसी स्कोर पर श्रीलंका को एक और झटका लगा और विमत दिनसारा पहली गेंद पर बिना रन बनाए आउट हो गए। इसके बाद शरूजान शंमुगंथन और लकविन अबेसिंघे ने मिलकर श्रीलंका को 100 के पार पहुंचाया। दोनों के आउट होने के बाद श्रीलंकाई पारी फिर लड़खड़ाई और 173 रन पर ही ढेर हो गई। भारत की ओर से चेतन शर्मा ने 3 विकेट हासिल किए तो किरन चोरमेल और आयूष माहत्रे ने 2-2 विकेट हासिल किए।
वैभव ने फिर मचाया तहलका
174 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही और 8 ओवर में ही टीम इंडिया को आयूष माहत्रे और वैभव ने 90 के पार पहुंचा दिया। माहत्रे 34 रन बनाकर आउट हुए तो कप्तान आंद्रे सिद्धार्थ ने मोर्चा संभाला। वैभव 36 गेंदों में 5 छक्के और 6 चौकों की मदद से 67 रन बनाकर आउट हुए। बचा हुआ काम मोहम्मद अमान और कार्तिकेय ने मिलकर कर दिया और भारत को 21.4 ओवर में ही जीत दिला दी। भारतीय टीम अब खिताबी मुकाबले में 8 दिसंबर को बांग्लादेश का सामना करेगी।