कुछ साल पहले तक टेस्ट क्रिकेट को बोरिंग समझा जाता था, लेकिन जब से आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की शुरुआत की है, तब से क्रिकेट का यह पांच दिवसीय फॉर्मेट रोमांचक और परिणाम देने वाला बन गया है। यदि डब्ल्यूटीसी के 2023-25 के सर्कल पर नजर डालें तो अभी तक कुल 98 टेस्ट मैच खेले गए हैं। हैरानी की बात ये है कि इसमें से सिर्फ तीन टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं और 95 मैचों का परिणाम निकला है।
डब्ल्यूटीसी सीजन 2023-25 में अब तक इंग्लैंड की टीम ने सर्वाधिक 19 मैच खेले और सिर्फ एक ड्रॉ खेला। टीम ने 9 मैच जीते और 9 हारे, लेकिन टीम फाइनल में जगह बनाने की होड़ से बाहर हो चुकी है।
टीम इंडिया दूसरे स्थान पर
इंग्लैंड के बाद भारतीय टीम सर्वाधिक टेस्ट मुकाबले खेलने में दूसरे नंबर पर है। भारतीय टीम ने 13 मैचों में सिर्फ एक ड्रॉ खेला। टीम आठ जीत और चार हार के साथ फाइनल में जगह बनाने की मजबूत दावेदार है।
इन पांच टीमों ने नहीं खेला कोई ड्रॉ
श्रीलंका, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने अभी तक कोई टेस्ट मैच ड्रॉ नहीं खेला है। इन टीमों ने कुल 45 टेस्ट मैच खेले हैं।
टी20 क्रिकेट के कारण भी आया बदलाव
दिग्गजों की मानें तो टेस्ट क्रिकेट पर पिछले कुछ सालों में टी20 का प्रभाव पड़ा है। टी20 के कारण अब बल्लेबाजों के अंदर क्रीज पर घंटों तक टिकने का दमखम नहीं रह गया है। टीम प्रबंधन की मानसिकता भी बदली है और अब टीमें परिणाम हासिल करने के लिए मैदान पर उतरना पसंद करती हैं।