दक्षिण अफ्रीका की टीम को अक्सर बड़े स्टेज पर हारने के लिए जाना जाता रहा है। इसलिए उन पर ‘चोकर्स’ का टैग भी लगा हुआ है। 90 के दशक में दक्षिण अफ्रीका की पुरुष टीम बहुत शानदार थी, लेकिन वह भी विश्व कप जीतने में सफल नहीं हो सकी। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंचने में दिक्कत आई, लेकिन पिछले साल से इस आंकड़े में थोड़ा बदलाव हुआ है और अब यह टीम न केवल फाइनल में पहुंच रही बल्कि हार भी रही है। यानी ‘चोकर्स’ का टैग विश्व कप के रनर-अप का सफर तय करने के बाद भी बरकरार है। इस तरह से आईसीसी इवेंट में बड़े मौके पर दक्षिण अफ्रीका की टीम फ्लॉप हो जाती है। हर एक टूर्नामेंट में टीम शानदार खेल दिखाते हुए सेमीफाइनल और अब फाइनल तक पहुंचने में कामयाब होती है लेकिन खिताब नहीं जीत पाती है।
डेढ़ साल में 3 खिताबी हार
विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका को हाल ही में तीनों बड़ी हार चेज करते हुए ही मिली है। जून 2024 में पुरुष टीम भी लक्ष्य का पीछा करते हुए ही हारी थी। वहीं, पिछले साल उनके होम ग्राउंड पर हुए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने 157 रन का लक्ष्य दिया था, जिसे दक्षिण अफ्रीका चेज नहीं कर सकी थी। अब न्यूजीलैंड ने 158 रन बनाने के बाद उनको 32 रनों से हरा दिया। पिछले 4 महीने में दक्षिण अफ्रीका के पास दो बार टी20 विश्व चैंपियन बनने का मौका आया लेकिन टीम ‘चोक’ कर गई। पहले भारत और अब न्यूजीलैंड ने टीम के आईसीसी ट्रॉफी जीतने के सपने को तोड़ दिया।