RCB में आते ही जिता दिए लगातार 6 मैच
स्वप्निल भले ही लगातार शुरुआती प्लेइंग 11 का हिस्सा न रहे हों लेकिन वह लगातार 6 मैच खेले हैं और सभी में बेंगलुरु को जीत मिली है। इस लकी चार्म की कहानी सुन आपके भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे। कभी विराट कोहली के साथ रुम शेयर करने वाले स्वप्निल को घरेलू क्रिकेट टीम से भी बाहर कर दिया गया था लेकिन कहते है न कि जिसका बार बार हार होती है उसकी आसमान तक जीत होती है। स्वप्निल ने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे। 2024 आईपीएल से पहले उन्हें ऑक्शन में उनसोल्ड रहने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपनी टीम के साथ जोड़ लिया।
MI ने 2008 में खरीदा लेकिन नहीं दिया मौका
हालांकि 2008 के ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने उन्हें खरीदा था लेकिन एक भी मैच में मौका नहीं दिया। स्वप्निल सिंह इस समय 33 साल के हैं और स्पिन गेंदबाजी के साथ तेज तर्तार बल्लेबाजी करने की क्षमता रखते हैं। पहले 8 मैचों से बाहर बैठने वाले इस ऑलराउडंर ने अब तक 6 मैचों में 19 की औसत से छह विकेट चटकाए हैं. बेंगलुरु के लिए लकी चार्म बन चुके इस खिलाड़ी की कहानी बड़ी दर्दनाक है। उन्होंने बताया कि कैसे परेशान होकर उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला तक कर लिया था। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एक वीडियो शेयर की, जिसमें वह अपनी कहानी बताते समय रोने लगते हैं। स्वप्निल ने कहा, “आईपीएल ऑक्शन के दिन मैं एक मैच के लिए धर्मशाला जा रहा था। जब मैं वहां पहुंचा तब शाम के सात-आठ बज रहे थे। तब तक कुछ नहीं हुआ था और ऑक्शन का आखिरी दौर चल रहा था, मुझे लगा कि मेरे लिए चीजें खत्म हो गई हैं। मैंने सोचा था कि मैं मौजूदा घरेली सीजन में खेलूंगा और अगर जरूरत पड़ी तो अगला सीजन खेलने के बाद अपना करियर खत्म कर दूंगा क्योंकि मैं पूरी जिंदगी खेलना नहीं चाहता था।”
‘बरौडा में रहता तो शायद खत्म हो जाता’
स्वप्निल ने आगे कहा, ‘‘जैसे ही मेरे परिवार ने फोन किया, हम इमोशन पर काबू नहीं रख पाए।” उन्होंने यह भी बताया कि कैसे बरौडा क्रिकेट ने उनके साथ सलूक किया। उन्होंने बताया कि जब वह व्हाइट बॉल क्रिकेट में भारत टॉप के नंबर 2 या 3 ऑलराउडंर थे, तब उन्हें उस समय बरौडा के कप्तान क्रुणाल पंड्या ने टीम से बाहर कर दिया। उन्होंने बताया कि जो बरौडा ने मेरे साथ किया, वह बहुत अच्छा किया क्योंकि शायद मैं बरौडा में रहता तो खत्म हो जाता।