शिखर धवन से जब आयशा मुखर्जी से तलाक को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि हमारी शादी टूटने में मेरी गलती थी। उन्होंने बताया कि तलाक का मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है। शादी नहीं चलने के पीछे मेरा फेलियर है। उन्होंने कहा कि वह इसलिए फेल हुए, क्योंकि उन्हें उस फिल्ड का अंदाजा ही नहीं था। उन्होंने कहा कि तलाक का मामला निपटने के बाद वह दोबारा शादी करेंगे और उस समय वह ज्यादा समझदार हो जाएंगे।
‘शादी मेरे लिए बाउंसर था’
धवन ने बताया कि जब वह प्यार में पड़े तो कुछ रेड फ्लैग्स को देख नहीं सके। हालांकि अब वह रेड फ्लैग्स को समझकर उनसे दूर रहेंगे। उन्होंने अपने बिंदाज अंदाज में कहा कि शादी उनके लिए बाउंसर था, जो मेरे सिर पर लगी और मैं चारों खाने चित हो गया। गलती इंसान से ही होती है। हम गलती करके ही सीखते हैं। अब वह दूसरों को भी इससे सीख लेने के लिए कह सकते हैं।
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जब कराना पड़ा था एचआईवी टेस्ट
धवन ने इस दौरान अपने टैटू पर भी बात की। उन्होंने बताया कि टैटू के शौक के कारण उन्हें एक बार एचआईवी टेस्ट भी कराना पड़ा था। धवन ने बताया कि जब वह 15 साल के थे तब मनाली गए थे। वहां उन्होंने सड़क किनारे बैठकर पीठ पर टैटू बनवा लिए थे। कुछ दिन उन्होंने घरवालों से टैटू छिपाकर रखे, लेकिन जब पिता जी को पता चला तो खूब पिटाई हुई। इसके बाद मैंने एचआईवी टेस्ट कराया और प्रार्थना की कि एचआईवी न हो। वह अभी तक निगेटिव हैं।
2012 में की थी शादी
यहां बता दें कि शिखर धवन ने 2012 में आयशा मुखर्जी से शादी की थी। आयशा पहले से शादीशुदा थी। इसके बावजूद शिखर ने उन्हें अपनाया। दोनों का 2014 में एक बेटा भी हुआ। दोनों के बीच सब ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन अचानक तलाक की खबरें आ गईं। दोनों 2020 में ही अलग-अलग रहने लगे थे। इसके बाद बात इतनी बढ़ी की तलाक की नौबत आ गई।
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