सितंबर में टॉन्टन में समरसेट के ख़िलाफ ख़िताबी मुक़ाबले में शाकिब ने 9 विकेट चटकाए थे। 2010-11 के बाद शाकिब पहली बार काउंटी चैंपियनशिप में खेल रहे थे। इंग्लैंड के आठ खिलाड़ियों के राष्ट्रीय ड्यूटी पर होने के चलते, विल जैक्स और डैन लॉरेंस जैसे दो प्रमुख स्पिनरों की अनुपस्थिति में शाकिब ने सरे के साथ कम समय का करार किया था।
पढ़े: WI vs ENG 3rd ODI 2024 Pitch Report: इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच निर्णायक मुकाबले में टॉस होगा अहम? जानें केंसिंग्टन ओवल की पिच रिपोर्ट हालांकि शाकिब समरसेट को 111 रनों से जीत हासिल करने से नहीं रोक सके और सरे लगातार अपना तीसरा चैंपियनशिप खिताब जीतने में सफल नहीं हो पाया। उस मैच में शाकिब ने 63 ओवर से अधिक की गेंदबाजी की थी, लेकिन एक बार भी उनकी गेंदबाजी के दौरान थ्रो करने का हवाला देकर किसी गेंद को नो बॉल करार नहीं दिया गया था। अब यह बात निकलकर सामने आई है कि ऑनफील्ड अंपायर्स ने उनके गेंदबाज़ी एक्शन को संदिग्ध पाया था। उन्हें खेलने से रोका नहीं गया है, लेकिन पता चला है कि शाकिब के एक्शन की जांच कराने के लिए बातचीत चल रही है। ऐसी संभावना है कि यह अगले कुछ सप्ताह में हो जाएगा।
शाकिब के दो दशक लंबे करियर में यह पहली बार है जब उनका गेंदबाजी एक्शन किसी तरह की जांच का विषय बना है। इस दौरान शाकिब ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 447 मैचों 712 विकेट लिए हैं, जिसमें 71 टेस्ट में 246 विकेट शामिल हैं।
यह भी पढ़े: Team India Future Schedule: अगले साल भारत में होगा महिलाओं का वनडे क्रिकेट वर्ल्डकप, ICC ने की भविष्य के कार्यक्रमों की घोषणा शाकिब का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इस समय अधर में लटका हुआ है। सुरक्षा कारणों के चलते उन्होंने पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट दल से अपना नाम वापस ले लिया था। वह अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार में सांसद भी रह चुके हैं, जो जुलाई में छात्र आंदोलन के कारण गिर गई थी।