दूसरी बाजी में नॉर्वे के कार्लसन ने सफेद मोहरों के साथ खेलते हुए प्रगनानंद के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि भारतीय खिलाड़ी को भी काले मोहरों के साथ खेलते हुए कोई परेशानी नहीं हुई। डेढ़ घंटे तक चले मुकाबले में दोनों खिलाडि़यों ने 30 चाल के बाद ड्रॉ करने पर सहमति जताई। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को पहली बाजी में 4 घंटे से अधिक के खेल 70 से अधिक चाल के बाद ड्रॉ हुआ था।
टाईब्रेकर में सब कुछ झोंक दूंगा
प्रगनानंद ने दूसरी बाजी ड्रॉ होने के बाद कहा कि वास्तव में मैंने ये नहीं सोचा था कि कार्लसन जल्दी ड्रॉ के लिए तैयार हो जाएंगे। लेकिन, जब मुझे अहसास हो रहा है कि वह ड्रॉ चाहते थे। अब मैं टाईब्रेकर में सब कुछ झोंक दूंगा। क्या वह भविष्य में वर्ल्ड कप के आयोजकों को फाइनल से पूर्व एक अतिरिक्त दिन का आराम देने का सुझाव देंगे? इस पर उन्होंने कहा हां अगर ऐसा होता है तो अच्छा रहेगा।
कार्लसन बोले- वह काफी मजबूत है
वहीं, कार्लसन ने कहा कि प्रगनानंद पहले भी बेहद मजबूत खिलाड़ियों के साथ काफी टाईब्रेक खेल चुका है। वह काफी मजबूत है। अगर मेरा दिन अच्छा होगा तो बेशक मेरे लिए अच्छा मौका होगा। मैं फिडे के आयोजकों, डॉक्टरों और नर्सों का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मेरा अच्छा इलाज किया। अब मैं थोड़ा बेहतर महसूस कर रहा हूं।
रेपिड फॉर्मेट में खेला जाएगा टाईब्रेकर
आज रेपिड फॉर्मेट में दो टाईब्रेकर बाजी खेली जाएंगी, जिसमें दोनों को 25 मिनट का समय मिलेगा। हर चाल के बाद प्लेयर के समय में 10 सेकेंड जोड़ दिए जाएंगे। दो बाजी में भी नतीजा नहीं निकला तो दो अतिरक्ति बाजी खेली जाएगी, जिसमें दोनों के पास पांच मिनट का समय होगा और हर चाल के बाद खिलाड़ी के समय में तीन सेकेंड जोड़ दिए जाएंगे।