पीकेएल में सबसे पहचाने जाने वाले चेहरों में से एक-फज़ल दूसरे सीज़न से टूर्नामेंट का हिस्सा रहे हैं और वह प्रतियोगिता की संस्थापक टीमों में से एक बंगाल वॉरियर्स के लिए अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 32 वर्षीय फज़ल को आगे आकर नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है और उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 169 मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम 494 अंक हैं। फजल के नाम 54% टैकल सक्सेस रेट है। यह विशाल डिफेंडर डिफेंडरों के एक विशिष्ट क्लब का भी हिस्सा है, जिन्होंने एक से अधिक मौकों पर डिफेंडर ऑफ़ द टूर्नामेंट जीता है। फज़ल ने दो बार पीकेएल खिताब जीतने के अलावा दो एशियाई खेलों के रजत पदक (2010 और 2014) और 2018 में एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता है और अपने पहले सीज़न में गुजरात जायंट्स को प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचाया है।
नितेश भी वॉरियर्स की बढ़ाएंगे ताकत
टीम में नितेश कुमार भी बहुत अनुभवी हैं और 2017 से पीकेएल का हिस्सा हैं। डिफेंडर सीजन 11 के दौरान अपने कप्तान के साथ एक ठोस साझेदारी बनाने की कोशिश करेंगे, क्योंकि वह अपने पीकेएल करियर में 129 मैचो से 354 अंकों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। नितेश नए सीजन में 58.33 के नॉट-आउट प्रतिशत और 50% की टैकल सक्सेस रेट के साथ आ रहे हैं। अपने कप्तान की तरह, नितेश भी पीकेएल में पहली बार बंगाल वॉरियर्स की जर्सी में खेलेंगे और उन्हें सीजन 6 में उनके शानदार अभियान के लिए अच्छी तरह से याद किया जाता है, जब वह लीग के इतिहास में एक ही अभियान में 100 टैकल पॉइंट स्कोर करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।