सरफराज ने 153 गेंदों में 9 चौंकों की मदद से 86 रन की पारी खेलकर अपने 50वें टेस्ट मैच में और घरेलू मैदान पर पहली बार अपना जलवा बिखेरा। लगभग चार साल बाद टेस्ट में खेलने के लिए मोहम्मद रिजवान की जगह लेने आए अहमद ने पांचवें विकेट के लिए बाबर के साथ 196 रन की विशाल साझेदारी की। सरफराज ने मजाक में कहा कि जब वह बल्लेबाजी करने आए तो उनका दिल जोरों से धड़क रहा था।
अहमद ने कहा, “जब मैंने अपनी पहली तीन गेंदें खेलीं, अगर आप मेरे दिल की धड़कन को सुनते, तो आप हैरान रह जाते। मेरा दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था। ऐसा नहीं था कि मैं डेब्यू कर रहा था, मैं वापसी कर रहा था और स्थिति काफी तनावपूर्ण थी।”
यह भी पढ़ें – कोच अनिल कुंबले को हटाने पर भड़का ये दिग्गज, पंजाब किंग्स की जमकर बखिया उधेड़ी
अहमद ने कहा, “बाबर ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया और एक वरिष्ठ खिलाड़ी के रूप में जिस तरह से उन्होंने दबाव के दौरान मुझसे बात की, उससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला।” हालांकि, दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अपनी पारी को शतक में नहीं बदलने से निराशा हुई, क्योंकि उन्होंने खेल के अंतिम सत्र के अंत में 86वें ओवर में स्पिनर एजाज पटेल की गेंद पर आउट हो गए। सरफराज ने कहा, “आखिरकार मुझे एक मौका मिला और मुझे उम्मीद है कि मेरी आज की पारी से टीम को मदद मिलेगी।”
सरफराज़ ने अपनी वापसी को लेकर बात करते हुए कहा, ‘जब मुझे मेरी वपासी के बारे में पता चला तो मैं बहुत उत्साहित था. शाहिद अफरीदी ने मुझे बताने के लिए मैसेज किया और मैंने उन्हें वापस कॉल किया. उन्होंने मुझे बहुत विश्वास दिया. सही बताऊं, मुझे यकीन नहीं था कि मैं कभी अपना 50वां टेस्ट मैच खेल पाऊंगा या नहीं।’
यह भी पढ़ें – केएल राहुल को टीम इंडिया से करो बाहर, इस दिग्गज ने सरेआम उठाई मांग
सरफराज़ अहमद ने पाकिस्तान के लिए 2007 में भारत के खिलाफ डेब्यू किया था। उन्होंने अब तक अपने टेस्ट करियर में 50 मैचों की 87 पारियों में 37.07 की औसत से 2743 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने 3 शतक और 19 अर्धशतक लगाए हैं। इसके अलावा वनडे में उन्होंने 117 मैच खेलते हुए 33.55 की औसत से 2315 रन बनाए हैं। इसमें उनके बल्ले से 2 शतक और 11 अर्धशतक निकले हैं। वहीं टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 61 मैचों की 42 पारियों में 27.27 की औसत से 818 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने तीन अर्धशतक जड़े हैं।