PAK vs ENG 1st Test: टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान आई इंग्लैंड टीम में डर का माहौल, एयरपोर्ट पर हुआ बड़ा धमाका
PAK vs ENG 1st Test: इंग्लैंड क्रिकेट टीम इस समय पाकिस्तान दौर पर है, जहां उन्हें 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। मुल्तान में पहला टेस्ट शुरू हो चुका है लेकिन दूसरी ओर बम धमाके ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की चिंता बढ़ा दी है।
Karachi Bomb Blast: कराची एयरपोर्ट के पास रविवार देर रात हुए भीषण विस्फोट में दो चीनी नागरिकों सहित तीन की मौत हो गई और करीब एक दर्जन अन्य लोग घायल हो गए। सोमवार को चीनी नागरिकों की मौत की पुष्टि करते हुए इस्लामाबाद स्थित चीन के दूतावास ने हमले की कड़ी निंदा की। विस्फोट तब हुआ जब पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड से चीनी कर्मचारियों को ले जा रहे एक काफिले पर कराची में जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हमला किया गया। इस ब्लास्ट ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम की चिंता बढ़ा दी है। साल 2008 कुछ ऐसा ही भारत में हुआ था, तब इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को सीरीज के बीच में ही वापस बुला लिया था।
भारत और इंग्लैंड के बीच 2008 में 7 वनडे मैचों की सीरीज खेली जा रही थी। पहले 5 मैचों को जीतकर टीम इंडिया सीरीज अपने नाम कर चुकी थी और इंग्लैंड का सूपड़ा साफ करने के लिए तैयार थी। हालांकि 26/11 हमले के बाद इंग्लैंड की टीम वापस लौट गई और वह दो मैच नहीं हो पाए। अब पाकिस्तान में भी ऐसा ही हादसा हुआ है। देखना ये होगा कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान में खेलती रहेगी या वापस लौट जाएगी।
BLA ने सोशल मीडिया पर हमले की ली जिम्मेदारी
चीन ने पाकिस्तान से इस मामले की गहन जांच करने और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की अपील की। साथ ही, उसने देश में चीनी नागरिकों, संस्थानों और परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। विस्फोट के बारे में शुरुआती रिपोर्टें विरोधाभासी थीं, कुछ अधिकारियों ने इसे IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट बताया, जबकि अन्य में कहा गया कि ब्लास्ट एक वाहन के तेल टैंकर से टकराने के बाद हुआ। घटनास्थल से मिली फुटेज में कई वाहनों में आग लगी हुई दिखाई दे रही है और बम निरोधक दस्ता विस्फोट की प्रकृति की जांच कर रहा है। यह विस्फोट स्थानीय समयानुसार रात करीब 11:00 बजे कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास तब हुआ, जब काफिला वहां से गुजरा था। प्रतिबंधित समूह बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने सोशल मीडिया पर हमले की जिम्मेदारी ली है, हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।