शुक्रवार को क्लब ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मुश्किलभरे सप्ताह के बाद रॉबिनसन ने कुछ समय के लिए क्रिकेट से ब्रेक लेने का फैसला लिया है। साथ ही क्लब ने कहा कि क्लब के लिए खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य सर्वोपरि है। ब्रेक लेने से रॉबिनसन अपने परिवार के साथ कुछ समय बिता सकेंगे। साथ ही क्लब का कहना है कि रॉबिनसन जब भी वापस आना चाहेंगे तो उनका क्लब में स्वागत करेंगे। क्लब लगातार रॉबिनसन के संपर्क में है।
साथ ही ससेक्स का कहना है कि ईसीबी के रॉबिंसन को निलंबित करने के बाद भी काउंटी क्लब ओली रॉबिनसन का समर्थन करता रहेगा। क्लब का कहना है कि रॉबिंसन ने नस्लवादी ट्वीट के मामले से सीख ली है। इसके अलावा बयान में कहा गया है कि रॉबिंसन उस ट्वीट को करने के बाद से काफी अलग व्यक्ति हो गए हैं और उन्होंने इतने सालों में काफी कुछ सीखा है।
ईसीबी द्वारा ओली रॉबिनसन को सभी इंटरनेशनल क्रिकेट से सस्पेंड करने के मामले में क्रिकेट जगत में दो गुट हो गए हैं। इनमें से कुछ लोगों ने बोर्ड के निर्णय को सही माना है। वहीं कुछ क्रिकेटरों के समूह ने इस सजा को बहुत कठोर बताया है। हाल ही न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दौरान ओली रॉबिनसन के कुछ पुराने ट्वीट वायरल हो गए थे। इनमें क्रिकेटर ने महिलाओं के लिए अश्लील भाषा का प्रयोग किया था। हालांकि ये ट्वीट आठ साल पुराने थे, लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने इसमें जांच करते हुए रॉबिन्सन को सस्पेंड कर दिया गया।