गांगुली की कप्तानी में भारत ने हासिल की थी सीरीज जीत
इस दौरे पर टीम इंडिया सौरव गांगुली की कप्तानी में पाकिस्तान गई थी। भारत को इस दौरे में ऐतिहासिक कामयाबी मिली थी। टीम इंडिया ने वनडे और टेस्ट दोनों सीरीज में जीत हासिल की थी। इस दौरे पर इरफान पठान स्टार क्रिकेटर बन कर उभरे थे। वीरेंद्र सहवाग ने तिहरा शतक के साथ पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था। इन दोनों के अलावा सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का प्रदर्शन भी यादगार रहा था। नेहरा ने कहा कि निश्चित रूप से इस दौरे पर स्टार खिलाड़ी का प्रदर्शन लाजवाब रहा था, लेकिन पाकिस्तान में एक खिलाड़ी हद से ज्यादा मशहूर हो गया था। वह थे तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी।
इमरान खान से भी ज्यादा मशहूर
एक टीवी शो में नेहरा ने बताया कि बालाजी इस सीरीज में पाकिस्तान की जनता के बीच शायद मौजूदा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और विश्व कप विजेता पाकिस्तानी टीम के कप्तान इमरान खान से भी ज्यादा पॉपुलर हो गए थे। उन्होंने कहा कि इरफान पठान आपको इसकी ज्यादा कहानियां सुना सकते हैं। नेहरा ने कहा कि उन्हें उस दौरे की यही एक बात याद है। वह है लक्ष्मीपति बालाजी।
दनादन छक्के जड़े
लक्षमीपति बालाजी की ख्याति एक बल्लेबाज या हरफनमौला के तौर पर नहीं है। वह विशुद्ध रूप से तेज गेंदबाज माने जाते हैं। लेकिन उस दौरे पर उन्होंने तत्कालीन दौर के दो सबसे बेहतरीन गेंदबाज शोएब अख्तर और मोहम्मद समी पर भी जोरदार छक्के जड़े थे। नेहरा ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि उन छह हफ्तों में बालाजी ऑन, ऑफ और स्ट्रेट हर जगह छक्के लगा रहे थे।
आशीष नेहरा न कहा कि इस दौर पर वीरेंद्र सहवाग का लगाया तिहरा शतक, राहुल द्रविड़ का दोहरा शतक, इरफान पठान का चमत्कारी प्रदर्शन, यह सबकुछ था, लेकिन उनके लिए मैदान के बाहर, पाकिस्तान पूरा देश और ड्रेसिंग रूम में लक्ष्मीपति बालाजी ही सबकुछ थे। इस बातचीत में आशीष नेहरा ने जावेद मियांदाद की दावत को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मियांदाद ने भारतीय टीम को अपने घर पर खाने को बुलाया था। नेहरा ने कहा कि उन्हें आज तक वह दावत याद है। खाना बहुत ही कमाल का था। वह उस स्वाद को आज तक नहीं भूल पाए हैं।