पिछले साल अप्रैल में दर्ज कराया था मामला
स्टार्क को जब बीमा कंपनी से क्लेम की राशि नहीं मिली, तब उन्होंने पिछले साल अप्रैल में मामला दर्ज करवाया था। बीमाकर्ता की ओर से कहा गया है कि स्टार्क को पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान चोट नहीं लगी थी। दीवानी मामले की सुनवाई 12 अगस्त से शुरू होगी। स्टार्क ने यह मुकदमा तब दायर किया है, जब दोनों पक्षों के बीच पिछले महीने मध्यस्थता की कोशिशें नाकाम हो गई। स्टार्क के मैनेजर एंड्रयू फ्रेजर ने एक स्पोर्ट्स चैनल को भी यह वीडियो फुटेज मुहैया कराया है।
बता दें कि आईपीएल 2018 में बाएं हाथ के ऑस्ट्रेलिया के इस तेज गेंदबाज को केकेआर ने नीलामी में खरीदा था और उन्हें इस टीम को अपनी सेवाएं देनी थी। लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने के कुछ दिन पहले उन्होंने चोट का हवाला देकर अपना नाम आईपीएल से वापस ले लिया था। स्टार्क की कानूनी टीम का कहना है कि बीमा कंपनी के पास मामले की समीक्षा करने और फुटेज की मांग करने के लिए 13 महीने का समय था। वहीं स्टार्क को यह साबित करना है कि उन्हें ज्ञात स्थान और समय पर एकमात्र और अचानक चोट लगी। बता दें कि बीमा कंपनी का कहना है कि स्टार्क सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच भी खेले थे। दोनों पक्षों ने अपना पक्ष रखते हुए मेडिकल रिपोर्ट सौंपी हैं।